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[कर्ता : अज्ञात
अस्थि पसिद्ध सुद्ध-सिद्धंते केसी - गोयम-धम्म- विचारू
१३. केसी - गोयम-संधि
रचना - समय : ई. स. १४०० पूर्व, लेखन - समय : ई. स. १४१७]
ध्रुवक
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आस पास - जिण भवण- पसिद्धउ
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के सिकुमार समणु मुणि- जुत्तउ अनु सिरि-वीरह सीस पहाणू 'बहु- परिवार वसुह - विहरंतर नयरि बिहू पखि मुणि विहरंता जावि गुरु वय वेस - विसेसू
कहिउ जु उत्तरशयणि महंते संधि-बंधि सु "कहिज्जइ सारू
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तो नाण- पमाणी कारण जाणी वय - जिट्ठ गणेवी
लाभु मुणेवी
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[१]
घत्ता
गोयमु सीस- संघ-संजुत्तउ कुस - तिण आसण आदरि देई दो-वि मुणिंद पसम - रसि भरिया ससि-रवि-सरिस तेय सोहहिं बि-पख मिलिया पिखेविणु लोया 'बिहुँ पखि होस्य " वादु' इसउं भणि तो मुणि संसय-भंजण- रेसी 'महाभाग गोयम गुण - रासे
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तास सीस चहु नाणि समिद्धउ सावस्थी तिदुगवणि पत्तउ
सु- केवल गोयम' जग - भाण् तहि पुरि कुट्ठग-वणि संपत्त उ पिक्खि परूप्पर मणि संभंता अक्खई निय-निय गुरुहं असे सू
[ २ ]
सीसहं संसय हरण कए केसि - पासि गोयमु वयए "
॥ १
केसी पिक्खेविणु आवंतउ विण करी गोयमु बइसेई निय - निय - मुणि- मंडल परिवरिया निम्मल-नाण- गुणिहिं जगु मोहहिं कोहलि आवहिं सपमोया गण-गंधव्व मिलिय गयणंगणि कर जोडेविणु पभणइ केसी 1 हउं काईं पूछउं तुम्ह-पासे
1 B गोअम 2 A कहिजइ सारु 3 साथ 6 B जग 7 B बिहु पक्खवीर 10 A हिमगणेवी 11 B वयइ 12 B होसिइ 13 B हुं कांई
B भुवणि पसीधउ 4 B बहु० 5 B वसुहि 8 A गुरह 9 B पहाणी
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