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________________ १२. वासुपूज्य १३. विमलनाथ १४. अनंतनाथ १५. धर्मनाथ १६. शांतिनाथ १७. कुंथुनाथ १८. अरनाथ १९. मल्लिनाथ २०. मुनिसुव्रतनाथ २१. नमिनाथ २२. नेमिनाथ २३. पार्श्वनाथ २४. महावीर क्र. तीर्थंकरनाम १. २. सीमंधर युग्मन्धर ३. बाहु ४. सुबाहु ५. सजातक ६. स्वयंप्रभ ७. ऋषभानन ८. अनंतवीर्य ९. सूरिप्रभ १०. विशाल भ ११. वज्रधर १२. चन्द्रानन १३. चन्द्रबाहु १४. भुजंग १५. ईश्वर १६. नेमिप्रभ १७. वीरसेन १८. महाभद्र १९. देवयश २०. अजितवीर्य १२ ] वसुपुज्य कृतवर्मा सिंहसेन भानु विश्वसेन कुभ सुमित्र विजय Jain Education International 2010_05 शूरसेन सुदर्शन समुद्रविजय अश्वसेन सिद्धार्थ चिह्न 丽啊觋丽盘雠丽疽丽丽丽做嘅盘 वृषभ गज मृग कपि रवि चन्द्र सिंह गज रवि चन्द्र शंख वृषभ पद्म चन्द्र रवि वृषभ ऐरावत चन्द्र स्वस्तिक पद्म जया जयश्यामा विमला सुप्रभा ऐरा श्रीमती मित्रा प्रभावती पद्मा सुभद्रा शिवादेवी वामादेवी त्रिशला पितृनाम श्रेयांस दृढ़राज सुग्रीव निशिढिल देवसेन मित्रभूत कीर्तिराज मेघराज नागराज विजययति पदमार्थ वाल्मीकि देवनंदि पृथ्वीपाल देवराज अवभूत सुबोध चंपा कंपिला अयोध्या रत्नपुर हस्तिनापुर हस्तिनापुर हस्तिनापुर मिथिला सुनंदा देवसेना राजगृह मिथिला शौरीपुर वाराणसी कुंडलपुर विदेह के तीर्थंकर मातृनाम सत्या सुतारा विजया सुमंगला वीरसेना मंगला महाबल गलसेन ज्वाला वीरषेण सेना सूर्या उमादेवी गंगा कनका भद्रा विजया सरस्वती पद्मावती रेणुका महिला अलका विजय मृग निवास पुंडरीकपुर विजयवती सुसीमा अयोध्या सुसीमा अयोध्या महिषा शूकर सेही वज्र सुसीमा अयोध्या अज मीन कलश कच्छप नीलकमल शंख नाग सिंह विजयपुरी पुंडरीकपुरी सुसीमा पुंडरीकणी विनीता विजया सुसीमा अयोध्या For Private & Personal Use Only पुंडरीकणी विजयनगर 11 23 33 कुरु इक्ष्वाकु कुरु 33 इक्ष्वाकु यदु इक्ष्वाकु यदु उग्र नाथ सुदर्शन सीतोदा दक्षिण सुदर्शन सीतोदा उत्तर विजय सीता उत्तर विजय सीता दक्षिण विजय सीतोदा दक्षिण विजय सीतोदा उत्तर रक्त सुवर्ण अचल सीता उत्तर अचल सीता दक्षिण अचल सीतोदा दक्षिण अचल सीतोदा उत्तर मंदर-सीता उत्तर मंदर-सीता दक्षिण स्वर्ण स्वर्ण स्वर्ण स्वर्ण स्वर्ण मेल से संबंधित सुदर्शन - सीता नदी के उत्तर सुदर्शन - सीता नदी के दक्षिण नील स्वर्ण नील हरित स्वर्ण मंदर सीतोदा दक्षिण मंदर सीतोदा उत्तर विद्युन्माली सीता उत्तर विद्युन्माली सीता दक्षिण विद्युन्माली सीतोदा दक्षिण विद्युन्माली सीतोदा उत्तर [ प्रतिष्ठा-प्रदीप ] www.jainelibrary.org
SR No.002630
Book TitlePratishtha Pradip Digambar Pratishtha Vidhi Vidhan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNathulal Jain
PublisherVeer Nirvan Granth Prakashan Samiti
Publication Year1988
Total Pages344
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Ritual_text, Ritual, & Vidhi
File Size19 MB
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