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जैनागम दिग्दर्शन
घर । अनृद्धि प्राप्त नौ प्रकार के होते हैं-क्षेत्रार्य, जात्यार्य, कुलार्य, कार्य, शिल्पार्य, भाषार्य, ज्ञानार्य, दर्शनार्य और चारित्रार्य । क्षेत्रार्य-साढ़े पच्चीस (२५३) देश में माने जाते हैं : जनपद
राजधानी १. मगध
राजगृह २. अंग
चम्पा ३. बंग
ताम्रलिप्ति ४. कलिंग
कांचनपुर ५. काशी
वाराणसो ६. कोशल
साकेत ७. कुरु
गजपुर ८. कशावर्त
शौरिपुर ६. पांचाल
कांपिल्यपुर १०. जांगल
अहिच्छत्रा ११. सौराष्ट्र
द्वारवती १२. विदेह
मिथिला १३. वत्स
कौशाम्बी १४. शाण्डिल्य
नन्दिपुर १५. मलय १६. मत्स्य
वैराट १७. वरणा
अच्छा १८. दशार्ण
मृत्तिकावती १६ चेदि
शुक्ति २०. सिन्धुसौवीर
वीतिभय २१. शरसेन
मथुरा २२. भंगि
पापा २३. वट्टा (?)
मासपुरी (?) २४. कुणाल
श्रावस्ती २५. लाढ़
कोटिवर्ष २५३. केकयीअर्ध
श्वेतिका
प
भद्रिलपुर
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