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तत्त्व : आचार : कथानुयोग ]
fuiiभूत जातक
विषयानुक्रम
संगीत-निष्णात चाण्डाल कुमार
निराशा : प्रव्रज्या तेजोलेश्या का प्रक्षेप
Jain Education International 2010_05
भोग संपृक्त निदान
चित्त-संभूति: पुनर्जन्म
चूलनी द्वारा ब्रह्मदत्त की हत्या का असफल
प्रयत्न
ब्रह्मदत्त: चक्रवर्ती पद
जाति-स्मरण ज्ञान की उत्पत्ति : भाई का
अन्वेषण
चित्त : दीक्षा : अवधि- ज्ञान
श्लोक- पूर्ति
चक्रवर्ती द्वारा मुनि-दर्शन
भ्रातृ-मिलन
तत्त्वालाप
धर्मोपदेश
दो भिक्षुओं का घनिष्ठ सौहार्द विशिष्ट शिल्पकुशल चित्त-संभूत दिट्ठमंगलिकाएँ
अपशकुन : मारपीट : तक्षशिला गमन चाण्डाल - भाषा का प्रयोग ब्रह्मचारियों द्वारा प्रताड़ना ऋषि प्रव्रज्या : उत्तर- भव पूर्व-स्मृति
मंगल-गीत : दो गाथाएँ
उद्बोधन का उपक्रम
गीत-कुशल बालक गीत : प्रतिगीत धर्मानुशासन मार्ग-दर्शन
६. राजा इषुकार : हत्थिपाल जातक
राजा इषुकार
छः वणिक पुत्रों द्वारा दीक्षा : संयम-तारतम्य अग्रिम भव
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