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________________ ८८ आगम और त्रिपिटक : एक अनुशीलन कर डालता है ।" जो स्थितात्मा - आत्मसंयमयुक्त पुरुष ऋद्धि-सम्पत्ति, वैभव, सत्कार, पूजाप्रशस्ति का परित्याग कर देता है, जो अनीह है- आसक्ति वर्जित है, वही वास्तव में भिक्षु है । जो सुख -- अनुकूल - वेदनीय, दुःख --- प्रतिकूल वेदनीय को समभाव पूर्वक सह जाता वही भिक्षु है । 3 भिक्षु की अपनी विशेषता होती है, वह कभी हास्योत्पादक कुचेष्टाएँ - हंसी, मसहै, खरी आदि नहीं करता । * के विगतभय - निर्भीक, निःसंशय, बुद्ध -- बोध-युक्त - प्रज्ञाशील अन्तेवासी गुरुजन कठोर अनुशासन को भी अपने लिए हितकर एवं लाभदायक मानते हैं, वही क्षान्तिमय आत्मशुद्धिप्रद पद --- अनुशासन मूढ़ों अज्ञानियों के लिए द्वेष का कारण बन जाता है। जो लब्ध--- प्राप्त हुए कान्त - कमनीय, प्रिय भोगों का स्वाधीनता से स्वेच्छापूर्वक परित्याग कर देता है, वास्तव में वही त्यागी कहा जाता है । जैसे मेरु पर्वत वायु के झोंकों से ही आत्मगुप्त - आत्म-नियन्त्रित साधक सहता जाता है । " अप्रकम्पित रहता है- जरा भी हिलता नहीं, वैसे परिषदों- बाधाओं, विघ्नो को अविचल रूप में जो हस्त संयत, पाद संयत तथा वाक्संयत है, जो अपने हाथ, पैर और वाणी का संयम के साथ व्यवहार करता है, वह उत्तम संयमी है । वह अध्यात्म-रत, समाहित १. जहा कुम्मे सअंगाई, सए देहे समाहरे । एवं पावाई मेधावी, अज्झप्पेण समाहरे ॥ - सूत्रकृतांग १.८.१६ सक्कारण पूयणं च, च ठिअप्पा अणि जे स भिक्खू । — दशवैकालिक सूत्र १०.१७ २. इढि च ३. समसुह - दुक्ख सहे य जे स भिक्खू । [ खण्ड : ३ Jain Education International 2010_05 - दशर्वकालिक सूत्र १०.११ - ४. ण यावि हासं कुए जे स भिक्खू । — दशकालिक सूत्र १०.२० ५. हियं विगयभया बुद्धा, फरुसं पि अणु सासणं । वेस्सं तं होइ मूढाणं, खंतिसोहिकरं पयं ॥ —उत्तराध्ययन सूत्र १.२६ मोए, लद्धे वि पिट्ठिकुव्वइ । ६. जे य कंते पिए साहीणे चयइ भोए, से हु चाइत्ति वुच्चइ ॥ — दशवेकालिक सूत्र २.३ ७. मेरुव्व वाएण अकंपमाणो, परीसहे आयगुत्ते सहेज्जा । - उत्तराध्ययन सूत्र २१.१६ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002623
Book TitleAgam aur Tripitak Ek Anushilan Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNagrajmuni
PublisherConcept Publishing Company
Publication Year1991
Total Pages858
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Philosophy, Conduct, & Story
File Size17 MB
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