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विमर्श: समीक्षा प्रार्य जम्बू तक दोनों परम्पराए अन्तर : एक सम्भावना आर्य जम्बू के वाद भेद का उभार द्विविध प्रक्रिया प्राचार्य महागिरि : एक प्रसंग सारांश उपसंहार
समन्वय का एक अभिनव प्रयत्न यापनीय संघ का उद्भव
दर्शनसार में उल्लेख रत्ननन्दी के अनुसार यापनीय संघ इन्द्रनन्दी के विचार श्रु तसागर द्वारा विश्लेषण गुणरत्न द्वारा चर्चा यापनीय संघ के नामान्तर एक और कल्पना यापनीय संघ : अाकर्षण : प्रभाव प्रतिष्ठा : राज-सम्मान कुछ महत्वपूर्ण दान-पत्र कागवाड़ का शिलालेख यापनीय संघ का अनेक गणों में विस्तार यापनीय प्राचार्य : साहित्यिक धारा : श्वेताम्बर-आगम शिवार्य : शिवकोटि आराधना : कुछ प्रश्न-चिह न ?? शाकटायन द्वारा शिवार्य की चर्चा अपराजित सूरि का विवेचन शाकटायन : यापनीययतिग्रामाग्रणी शाकटायन व्याकरण में श्वेताम्बर-पागम
सम्बन्धी संकेत
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