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(७) सप्तभाषी आत्मसिद्धि
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SAPTABHASHI ATMASIDDHI
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ORIGINAL AUTHOR'S
कर्ताकृति
GUJARATI
SANSKRIT
HINDI
ષટ્પદનામકથન : १. गुजराती | मोत्माछ', 'नत्य छे', 'छ निर्म';
| 'छ लो', वजी 'भो छ', 'मोक्ष उपाय सुधभ' ४३
षट्पदनामकथन : २. संस्कृत | जीवोऽस्ति स च नित्योऽस्ति कर्ताऽस्ति निजकर्मणः
|भोक्तास्ति च पुनर्मुक्तिर्मुक्त्युपायः सुदर्शनम् ॥४३॥
षट्पदनामकथन : ग्रन्थ विषय ३. हिन्दी | 'आत्मा है', 'सो नित्य है', 'है कर्ता निज कर्म' |
'है भोक्ता' अरु 'मोक्ष है' 'मोक्षोपाय' सुधर्म ||४३||
षट्पदनामकथन: ४. मराठी
अस्तित्व असे आत्म्या, मोक्षा तद्धेतु तेवि सद्धर्मा। भोक्तृत्वाधीन आहे नित्यहि आत्मा स्वतंत्रनिजकर्मा ।।४३।।
গ্রন্থের বিষয়। ५. बंगला
আত্মা আছে সে নিত্য, সেই কৰ্ত্তা নিজ কর্ম। সেই ভােক্তা ও আছে, মােক্ষ উপায় সুধর্ম। ৪৩ ॥
MARATHI
BENGALI
६. कन्नड़
KANNADA
ಪಟ್ಟದ ನಾಮಕಥನ :"" “303", "e SENT BASE"; "sepote" DOE "Ocg se" , "BOLevamvadssasor" ||4||
७. अंग्रेजी
Six tenets : The Soul exists, see it eternal, Accepts bondage, receives the fruit; It can be free, take means devotional, Ignorance is the bondage-root. 43
ENGLISH
•जिनभारती •JINA-BHARATI .
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