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(७) सप्तभाषी आत्मसिद्धि
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SAPTABHASHI ATMASIDDHI
मूल | कर्ताकृति |
F
१. कnि -, १५ .३५, atheteो ARE५-१११. १२२.
ORIGINAL AUTHOR'S
GUJARATI
१. गुजराती
| અથવા નિજપરિણામ જે, શુદ્ધચેતનારૂપ; કર્તા ભોક્તા તેહનો, નિર્વિકલ્પસ્વરૂપ. ૧૨૨
२. संस्कृत
SANSKRIT
| स्वाभाविक्यस्ति वा वृत्तिः शुद्धा या चेतनामयी। तस्याः कर्ताऽस्ति भोक्ताऽस्ति निर्विकल्पस्वरूपभाक् ॥१२२॥ अथवा निज परिणाम जो, शुद्ध चेतना रूप | कर्ता भोक्ता आप के, निर्विकल्प स्वरूप ||१२२।।
३. हिन्दी
HINDI
४. मराठी
MARATHI
अथवा निजपरिणामहि आहे जो शुद्ध चेतनस्वरूप । कर्ता भोक्ता त्याचा होई तो निर्विकल्प निजरूप ।।१२२।।
५. बंगला
BENGALI
অথবা নিজপরিণাম যে, শুদ্ধ চৈতন্য রূপ। তার কর্তা ভােক্তা তাহার, নির্বিকল্প স্বরূপ। ১২২ ॥
६. कन्नड़
KANNADA
ಅಥವಾ ನಿಜ್ ಪರಿಣಾಮ್ ಜೇ, ಶುದ್ ಚೇತನಾ ರೂಪ್ | ಕರ್ತಾ ಭೋಕ್ತಾ ತೇಹ್ ನೋ, ನಿರ್ವಿಕಲ್ಸ್ ಸ್ವರೂಪ್ 11 221
७. अंग्रेजी
ENGLISH
Or as pure consciousness it acts, The fruit as consciousness it reaps; Without volition see these facts, Thus call the soul as does, receives. 122
•जिनभारती •JINA-BHARATI.
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