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(७) सप्तभाषी आत्मसिद्धि
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SAPTABHASHI ATMASIDDHI
मूल ons,M ket, oreti name कर्ताकृति | May 1, her na .m4. ८८
ORIGINAL AUTHOR'S
GUJARATI
SANSKRIT
HINDI
સમાધાન-સદ્ગુરુ ઉવાચ : १. गुजराती |
જેમ શુભાશુભ કર્મપદ, જાણ્યાં સફળ પ્રમાણ; તેમ નિવૃત્તિ સફળતા, માટે મોક્ષ સુજાણ. ૮૯
समाधान-सद्गुरू उवाच : २. संस्कृत
यथा शुभाशुभं कर्म जीवव्यापारतः फलि। फलवन्निर्वाणमप्यस्य तदव्यापारतस्तथा ॥८९॥
समाधान-सद्गुरू उवाच : ३. हिन्दी ज्योंहि शुभाशुभ-कर्म-पद, जाने सफल प्रमाण |
त्यों तान्निवृत्ति सफलता, तातें, मोक्ष सुजाण ||८९||
समाधान : ४. मराठी
देति शुभाशुभ कर्मे जेवी फळ जाणिले प्रमाणांनी। तेवि निवृत्ति उपाया वरता फळ मोक्ष ते मिळे जाणी ।।८९।।
সমাধান-সদগুরু উবাচ ५. बंगला
জ্ঞান হােল শুভাশুভ, কর্ম বিপাক প্রমাণ। সেই রকম নিবৃত্তি সাফল্যে, পাবে মােক্ষ সজ্ঞান ॥ ৮৯ ॥
ಸಮಾಧಾನ : ಸದ್ಗುರು ಹೇಳಿದ್ದು :६. कन्नड़
ಜೇಮ್ ಶುಭಾಶುಭ್ ಕರ್ಮ್ಪದ್, ಜಾಣ್ಯಾಂ ಸಫಳ್ ಪ್ರಮಾಣ್ | ತೇಮ್ ನಿವೃತ್ತಿ ಸಫಳ್ತಾ, ಮಾಟೇ ಮೋಕ್ಸ್ ಸುಜಾಣ್ 18911
MARATHI
BENGALI
KANNADA
७. अंग्रेजी
ENGLISH
Solution : As good or bad deeds give the fruit, Non-action too is fruitful, due; O! wise, with talent see acuteThere's freedom from the bondage true. 89
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•जिनभारती •JINA-BHARATI.
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