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मन्त्र
सकल दुःख विनाशक मन्त्र एवं यन्त्र
:
ॐ ह्रीँ अर्ह अर्ह अहं दुःख दारिद्रयनाशकाय जिनेश्वराय नमो
नमः ।
प्रयोग-विधि : साधक, सर्वाङ्ग शुद्धि के पश्चात् सविधि निम्नलिखित यन्त्र की काष्ठफलक पर स्थापना करके श्री सुशील कल्याण मन्दिर स्तोत्र के उनतालीसवें श्लोक के २१ बार मंगल पाठ से प्रभु पार्श्वनाथ जी का ध्यान करें । तत्पश्चात् उक्त सकल दुःख विनाशक मन्त्र का जप स्फटिक माला से करें । पाँच लाख मन्त्र जप से जप - सिद्धि होती है । प्रतिदिन एक माला कर सकते हैं । मन्त्र प्रभावी तथा यन्त्र चमत्कारी है ।
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
नाशय
दुःख
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- यन्त्रम्
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
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ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
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