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भूत-प्रेतबाधा निवारक मन्त्र एवं यन्त्र : ॐ ही श्री अहँ श्रीमते तीर्थंकराय पार्श्वनाथाय भूत वर्ग बाधा
निवारकाय नमो नमः। प्रयोग-विधि : साधक, उत्तराभिमुख होकर शुद्ध भाव से निम्नलिखित यन्त्र को
विधिवत् काष्ठपीठ पर स्थापित करके श्री सुशील कल्याण मन्दिर स्तोत्र के तेतीसवें श्लोक के २१ बार पाठ से प्रभु पार्श्वनाथ जी का ध्यान करें। तत्पश्चात् उक्त मन्त्र का जाप, रुद्राक्ष माला से जप करे। सवा लाख मन्त्र-जप से जप-सिद्धि होती है। जप-सिद्धि के पश्चात् आवश्यकतानुसार प्रयोग में लायें।
-यन्त्रम्
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः।
भूतबाधां
प्रेतबाधां
तीर्थकराय
श्रीमते
नमः
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
AVपाश्वनाथाय
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
(पाश्वनाथाय
नमः
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अर्हम्
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