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९ विपदा निवारक मन्त्र एवं यन्त्र * मन्त्र : ॐ हीँ नमो अर्हते विपदानिवारकाय सर्वसुखकराय नमो नमः। , * प्रयोग-विधि : साधक, पूर्ण शुद्धिपूर्वक श्वेत वस्त्र धारण करके, श्वेत आसान पर
बैठकर कमलगट्टे की माला हाथ में लेकर, ईशानकोण में बैठकर काष्ठ फलक रखकर सविधि निम्नलिखित यन्त्र को स्थापित करके श्री सुशील कल्याण मन्दिर स्तोत्र के इकत्तीसवें श्लोक का लयात्मक शुद्ध २१ बार पाठ करके प्रभु पार्श्वनाथ का ध्यान करने * के पश्चात् उक्त मन्त्र का रविपुष्य नक्षत्र योग की शुभ वेला में जप प्रारम्भ करें। सवा लाख जप से जप-सिद्धि होती है। तत्पश्चात् प्रतिदिन एक माला जप करके भी शुभ वेला में जप किया जा सकता है।
-यन्त्रम्ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
विपन्निवारय
विपन्निवारय
अर्हते
अर्हते
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः ॐ नमा में
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
अर्हते
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अर्ह
अर्ह
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: hlalepalhette
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