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मन्त्र
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ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
चिन्तानाशक मन्त्र एवं यन्त्र
ॐ ह्रीँ ह्रीँ अर्हं अर्हं अर्ह चिन्ता - संकटमोचकाय नमो अर्हते पार्श्वनाथाय ।
प्रयोग-विधि : अर्धरात्रि के समय इस मन्त्र का नित्य २१ रात्रियों में एक माला जप करने से चिन्तामुक्ति होती है। जप प्रारम्भ करने से पूर्व श्री सुशील. कल्याण मन्दिर स्तोत्र के उन्नीसवें श्लोक के २१ बार लयात्मक पाठ से प्रभु पार्श्वनाथ का ध्यान तथा निम्नलिखित यन्त्र की सविधि स्थापना करें ।
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- यन्त्रम्
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
अर्हते
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अर्हते पार्श्वनाथ
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अर्हते पार्श्वनाथा
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पार्श्वनाथाय
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पार्श्वनाथाय
अर्हते
अर्हम्
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
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