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अग्निभयनाशक मन्त्र एवं यन्त्र,
मन्त्र : ॐ अहँ नमो यं यं यं पावक भीतिभंजकाय फलवृद्धि पार्श्वनाथाय
नमो नमः। * प्रयोग-विधि : त्रिकरण शुद्धि समेत निम्न यन्त्र की सम्मुख स्थापना करके श्री
सुशील कल्याण मन्दिर स्तोत्र के ग्यारहवें श्लोक के २१ बार पाठ से श्री पार्श्वनाथ प्रभु का ध्यान करें। ईशानकोण की ओर मुख करके २१ दिनों तक एक-एक माला जप करने से जप-सिद्धि होती है। जप-काल में मौन एवं एकाग्रता का विशेष ध्यान रखें।
-यन्त्रम्
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
अर्हते
अर्हते
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
अर्हते
नमः
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