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८ अकाल मृत्यु निवारक मन्त्र एवं यन्त्र
: ॐ ह्रीँ श्रीँ क्रों हों जूं सः अहँ नमो अहँ अर्ह अह अकाल मृत्यु निवारकाय सर्वापदहराय तीर्थङ्कराय भगवते पार्श्वनाथाय नमो
नमः। * प्रयोग-विधि : मन, वचन, काया से पवित्र होकर निश-दिन पाँच माला, उक्त मन्त्र
का जप करें। इस अचूक मन्त्र के जप का प्रभाव पन्द्रह दिन में अनुभूत होने लगता है वैसे छह महीने तक जप किया जाना चाहिए। मन्त्र-जप से पूर्व भगवान पार्श्वनाथ का ध्यान श्री सुशील कल्याण मन्दिर स्तोत्र के चतुर्थ श्लोक से २१ बार करें तथा * सम्मुख निम्न यन्त्र की विधिवत् स्थापना करें।
-यन्त्रम्ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
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be kell palb
blitt lille
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