SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 59
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ जैन तीर्थ परिचायिका मूलनायक : श्री शीतलनाथ भगवान । मार्गदर्शन : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में बद्रीदास टैम्पल स्ट्रीट (गौरी बाड़ी) में स्थित पार्श्वनाथ मन्दिर अथवा बद्रीदास टैम्पल हावड़ा रेल्वे स्टेशन से 5 कि.मी. दूर है । देश के लगभग सभी प्रान्तों से यह रेल्वे, वायु व सड़क मार्ग से सम्पर्क है । परिचय : हालांकि इस मन्दिर का नाम पार्श्वनाथ मन्दिर है परन्तु यहाँ मूलनायक श्री शीतलनाथ प्रभु हैं। सन् 1867 में सेठ बद्रीदास ने इस मन्दिर का निर्माण कराया था । यह मन्दिर अपनी अद्भुत निर्माण शैली व कलात्मकता के लिए प्रसिद्ध है । मन्दिर की नक्काशी बरबस ही सम्मोहित-सा कर देती है। प्रभु प्रतिमा अत्यन्त सौम्य और मनभावन है । मन्दिर के चारों ओर बगीचों की प्राकृतिक दृश्यावली मन को प्रफुल्लित कर देती है । यहाँ बेलगछिया ब्रिज में निकट दिगम्बर जैन मन्दिर भी अत्यन्त मनभावन है । इनके अतिरिक्त यहां 6 श्वेताम्बर व 2 दिगम्बर मन्दिर हैं । दर्शनीय स्थल : कोलकाता ऐतिहासिक नगरी है इसका इतिहास 310 वर्ष प्राचीन है । भारत में केवल यहाँ पर ही भूमिगत ट्रेन ( ट्राम) चलती हैं। कोलकाता में अनेकों दर्शनीय स्थल हैं। यहाँ का कालीघाट का काली मन्दिर पूरे देश में सुप्रसिद्ध है। यहाँ की देवी काली मां अत्यन्त जाग्रत मानी जाती है। पास में ही भू- कैलास का मन्दिर भी दर्शनीय है। सिद्धेश्वरी मालवा मन्दिर, फिरंगी कालीबाड़ी भी दर्शनीय है। कोलकाता का म्यूजियम, जादूघर एशिया का विशालतम संग्रहालय है। चौरंगी के पार्क स्ट्रीट के पास यह स्थित है। जवाहर बाल भवन, बिड़ला प्लैनेटोरियम कोलकाता के विशिष्ट आकर्षण हैं। चिड़ियाघर, राष्ट्रीय पुस्तकालय, मार्बल पैलेस, कृत्रिम झील रविन्द्र सरोवर आदि स्थल भी दर्शनीय हैं। कोलकाता का विश्व प्रसिद्ध हावड़ा ब्रिज भी देखने योग्य है । यह विश्व का तीसरा विशालतम ब्रिज है । हुगली नदी पर निर्मित एक ब्रिज पर एक साथ आठ लाइन में गाड़ियाँ गुजर सकती हैं। वर्धमान, हावड़ा से 95 कि.मी. दूर दामोदर नदी के तट पर स्थित है । हावड़ा एवं सियालदाह से वर्धमान को निरन्तर रेल सेवा उपलब्ध है। भगवान महावीर ने सर्वप्रथम यहीं अपने धर्म का प्रचार किया था । ठहरने के लिए यहाँ होटल आदि सुविधा उपलब्ध हैं 1 ठहरने की व्यवस्था : ठहरने हेतु यहाँ अनेकों होटल व धर्मशालाएँ हैं। Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा जिला कोलकाता कोलकाता पेढ़ी : श्री बद्रीदास जैन श्वेताम्बर मन्दिर पेढ़ी, 36, बद्रीदास टेम्पल स्ट्रीट, माणकतला (शामबजार) कोलकाता - 700004 (पश्चिम बंगाल ) फोन : 551408 www.jainelibrary35
SR No.002578
Book TitleJain Tirth Parichayika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreechand Surana
PublisherDiwakar Prakashan
Publication Year2004
Total Pages218
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Pilgrimage
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy