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________________ उत्तर प्रदेश जैन तीर्थ परिचायिका मन्दिर से संलग्न सेठ लक्ष्मीचन्द जैन भवन है यहाँ भी यात्रियों के ठहरने की उत्तम व्यवस्था है। मन्दिर जी का फोन नं. 26 1737 है। (6) श्री वासुपूज्य जैन श्वे., मन्दिर वल्लभ नगर, बालूगंज, (बैकुण्ठी देवी कन्या महाविद्यालय के सामने) आगरा-इस भव्य मन्दिर का निर्माण पंजाब से आये हुए पंजाबी ओसवाल समाज द्वारा किया गया है। इस मन्दिर की प्रतिष्ठा सन 1988 में आचार्य श्री विजय इन्द्रदिन्नसूरि जी म. के कर-कमलों द्वारा हुई थी। मन्दिर से संलग्न उपाश्रय एवं धर्मशाला है जहाँ यात्रियों के ठहरने के लिए सुन्दर व्यवस्था है। (7) श्री महावीर स्वामी मन्दिर, दादावाड़ी (पृथ्वीनाथ मन्दिर के पास) भोगीपुरा शाहगंजजयपुर रोड, आगरा-जगत सेठ जी द्वारा बनाये गये सेठ के बाग में मूलनायक श्री महावीर स्वामी का मन्दिर है। जगद्गुरु श्री हीरविजयसूरि जी के प्राचीन चरण बाहर दलान में विराजमान है। सेठ के बाग से संलग्न श्री जिनकुशलसूरि दादावाड़ी भी यहाँ स्थित है। मन्दिर जी का फोन नं. 2106 30 है। सेठ का बाग परिसर में यात्रियों के ठहरने के लिए कमरे-हॉल आदि हैं। भोजनशाला भी उपलब्ध है। (8) श्री शान्तिनाथ जी जैन श्वे. मन्दिर, चित्तीखाना, आगरा। (9) श्री नेमीनाथ जी जैन श्वे. मन्दिर, हींग की मण्डी, आगरा। (10) श्री केशरियानाथ जी जैन श्वे. मन्दिर मोतीकटरा, आगरा। (11) श्री सूर्य प्रभु जी जैन श्वे. मन्दिर, जत्तीकटरा के सामने, आगरा। (12) श्री महावीर दिगम्बर जैन मन्दिर, हरीपर्वत क्रॉसिंग के निकट, आगरा-यहाँ श्री शन्तिनाथ प्रभु जी की चित्ताकर्षक मनमोहक प्रतिमा दर्शनीय है। (13) श्री दिगम्बर जैन मन्दिर, बेलनगंज चौराहा-इस मंदिर में काँच का कार्य देखने योग्य है। (14) श्री दिगम्बर जैन मन्दिर, धूलियागंज, आगरा। जिला इलाहाबाद मूलनायक : श्री ऋषभ स्वामी जी, पद्मासनस्थ (श्वेताम्बर मन्दिर); श्री ऋषभनाथ जी एवं श्री पार्श्वनाथ जी (दिगम्बर मन्दिर)। श्री पुरिमताल तीर्थ मार्गदर्शन : इलाहाबाद रेल्वे स्टेशन से श्वेताम्बर व दिगम्बर मन्दिर 4 कि.मी. दूर हैं, जहाँ से पेढ़ी : टैक्सी, ऑटो, रिक्शा व ताँगों की सुविधा है। मन्दिर तक कार व बस जा सकती हैं। 1. श्री पुरिमताल तीर्थ इलाहाबाद शहर के मध्य में स्थित इस तीर्थ पर आवागमन के सभी साधन सरलता से श्री ऋषभदेव जैन उपलब्ध हो जाते हैं। कौशाम्बी तीर्थ यहाँ से 64 कि.मी., अयोध्या तीर्थ 70 कि.मी. दूरी श्वेताम्बर मन्दिर पर है। ग्वालियर स्टेट के परिचय : इस तीर्थ का इतिहास युगादिदेव श्री आदिनाथ भगवान से प्रारम्भ होता है। श्री ऋषभदेव सामने (जीवन ज्योति भगवान को केवलज्ञान यहीं प्राप्त हुआ। अत: इस युग में केवलज्ञानोत्पत्ति का प्रथम स्थान अस्पताल के निकट) होने का सौभाग्य इसी पावन । को प्राप्त हुआ। माता मरूदेवी भी इसी स्थान पर केवलज्ञान 120 बाई का बाग, प्राप्त कर मोक्ष सिधारी। यहाँ पूजा का समय प्रात: 7.30 बजे का है। इस मन्दिर के अतिरिक्त इलाहाबाद-211 003 यहाँ जैन दिगम्बर समाज का एक पंचायती मन्दिर है। यहाँ पूजा का समय प्रात 6 से 9 बजे 2. श्री दिगम्बर जैन तक है। यह अत्यन्त प्राचीन एवं अतिशय युक्त क्षेत्र है। भगवान ऋषभदेव की तप एवं ज्ञान पंचायती मंदिर कल्याणक भूमि पर मन्दिर में स्थानीय प्राचीन प्रतिमाएँ अंग्रेजों के शासनकाल में दिगम्बर 56/62, चाहचन्द जीरो समाज को उपलब्ध कराई गई जो यहाँ पंचायती दिगम्बर जैन बड़ा मन्दिर व छोटा मन्दिर रोड, इलाहाबाद-3 में प्रतिष्ठित है। श्वेताम्बर व दिगम्बर मन्दिरों में कलात्मक प्राचीन प्रतिमाओं आदि के दर्शन फोन : 0532-400263 होते हैं। 14 Jain Edpcation International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002578
Book TitleJain Tirth Parichayika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreechand Surana
PublisherDiwakar Prakashan
Publication Year2004
Total Pages218
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Pilgrimage
File Size14 MB
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