SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 125
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ जैन तीर्थ परिचायिका | राजस्थान मूलनायक : भगवान आशापूरण पार्श्वनाथ। श्री आशापूरण मार्गदर्शन : यह तीर्थ कालन्द्री से 12 कि.मी. तथा सिरोह रोड रेल्वे स्टेशन से 56 कि.मी. दूर है। सिरोही शहर से कालन्द्री 16 कि.मी. दूर है। तीर्थ पर आने के लिए सिरोही व कालन्द्री । पेढ़ी : से बस सेवा उपलब्ध है। श्री आशापूरण पार्श्वनाथ परिचय : यह तीर्थ 1000 वर्ष प्राचीन है तथा मूलनायक अत्यन्त चमत्कारिक हैं। प्रभु के दर्शन श्वे. तीर्थ पेढ़ी से आशा पूर्ण होती है ऐसा कहा जाता है। मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है। ग्राम नून (वाया कालन्द्री) ठहरने की व्यवस्था : धर्मशाला की सुविधा उपलब्ध है। जिला सिरोही (राज.) मूलनायक : श्री आदीश्वर भगवान, श्वेतवर्ण। श्री कोलरगढ़ तीर्थ मार्गदर्शन : यह स्थान सिरोही से लगभग 12 कि.मी. दूर शिवगंज रोड पर है। पहाड़ के बीच पेढ़ी : यह मंदिर है। श्री आदिनाथ जैन श्वेताम्बर तीर्थ पेढी परिचय : मूलनायक की यह भव्य प्रतिमा महाराजा संप्रतिकालीन मानी जाती है। बाद में समय कोलरगढ़, मु. पो. पालड़ी, समय पर मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ है। ता. शिवगंज, ठहरने की व्यवस्था : मंदिर के निकट ही धर्मशाला एवं भोजनशाला हैं। जि. सिरोही (राजस्थान) श्री उथमन तीर्थ मूलनायक : श्री पार्श्वनाथ श्वेत वर्ण । मार्गदर्शन : सिरोही शहर से 22 कि.मी., शिवगंज से 10 कि.मी. तथा जवाई बांध रेल्वे स्टेशन से 20 कि.मी. दूर स्थित है। तीनों स्थानों पर बस व टैक्सी की सुविधा उपलब्ध है। मन्दिर जी तक पक्की सड़क है। परिचय : उथमन गांव के बाहर पहाड़ी की तलहटी में स्थित यह तीर्थ 12 वीं सदी से पूर्व का है। प्राचीन प्रभु प्रतिमा अति सौम्य एंव कलापूर्ण है। ठहरने की व्यवस्था : एक धर्मशाला हैं। पेढ़ी : श्री पार्श्वनाथ भ. श्वेताम्बर जैन देरासर पो. ऑ. उथमन, तहसील शिवगंज, जिला-सिरोही (राज.) मूलनायक : श्री भगवान महावीर, श्वेतवर्ण । श्री राडबर तीर्थ मार्गदर्शन : निकटतम बड़ा गांव पोसालिया 6.5 कि.मी. दूर स्थित है। उथमन तीर्थ से यह तीर्थ __ 12 कि.मी. तथा जंवाई बाँध रेल्वे स्टेशन से 32 कि.मी. दूर है। स्टेशन पर टैक्सी उपलब्ध पेढ़ी: श्री राडबर जैन तीर्थ, हो जाती है। तहसील शिवगंज परिचय : राडबर गांव के बाहर एकान्त पहाड़ी की तलहटी में सुन्दर सौम्य वातावरण में यह पो. ऑफिस राडबर. मंदिर स्थित है। यह तीर्थ लगभग 1400 वर्ष पुराना माना जाता है। जिला सिरोही (राजस्थान) सुविधाएँ : जानकारी उपलब्ध नहीं । Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibary.org
SR No.002578
Book TitleJain Tirth Parichayika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreechand Surana
PublisherDiwakar Prakashan
Publication Year2004
Total Pages218
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Pilgrimage
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy