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________________ पाठ 24 तुम्भे तुम्हे तुज्झ=तुम दोनों/तुम सब रगच्च-नाचना क्रियाएँ हस-हँसना, रूस= रूसना, जीव-जीना सय=सोना, लुक्क छिपना, - जग्ग=जागना भविष्यत्काल । हसिहिह/हसिहिध/हसिहित्था हसिस्सह हसिस्सध/हसिस्स इत्था ___हसिस्सिह/हसिस्सिध/हसिस्सिइत्था =तुम दोनों हँसोगे। है सोगी। =तुम सब हंसोगे हँसोगी। तुभे तुम्हे ) णच्चिहिह/णच्चिहिध/णच्चिहित्था ___=तुम दोनों नाचोगे/नाचोगी णच्चिस्सह/णच्चिस्सध/णच्चिस्सइत्था =तुम सब नाचोगे/नाचोगी ___jणच्चिस्सिह/णच्चिस्सिध/णच्चिस्सिइत्था तुम्मे तुम्हे , लुक्किहिह लुक्किहिध/लुक्किहिइत्था ____ =तुम दोनों छिपोगे/छिपोगी। लुक्किस्सह/लुक्किस्सघ लुक्किस्सइत्था । =तुम सब छिपोगे/छिपोगी। लुक्किस्सिह/लुक्किस्सिध/लुक्किस्सिइत्था 1. तुब्भे/तुम्हे तुझे तुम दोनों/तुम सब मध्यम पुरुष बहुवचन (पुरुषवाचक सर्वनाम) । 2. (i) भविष्यत्काल के मध्यम पुरुष बहुवचन में हि, स्स, स्सि प्रत्यय क्रिया में जोड़े जाते हैं । इनको जोड़ने के पश्चात् वर्तमानकाल के मध्यम पुरुष बहुवचन के प्रत्यय ह, ध, इत्था भी जोड़ दिये जाते हैं । (ii) हि, स्स प्रत्यय क्रिया में जोड़ने पर क्रिया के अन्त्य 'अ' का इ और ए हो जाता है (ऊपर केवल 'इ' के रूप ही दिए गए हैं)। 46 ] [ प्राकृत रचना सौरभ Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002571
Book TitlePrakrit Rachna Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1994
Total Pages274
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size6 MB
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