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पाठ 22
अहं/हं/अम्मि =मैं तुमं/तुं/तुह=तुम
सो=वह (पुरुष) सा=वह (स्त्री)
क्रियाएँ
ठा-ठहरना,
ण्हा=नहाना,
हो होना
भविष्यत्काल
हं
ठाहिमि/ठास्सामि/ठाहामि/ठास्सिमि/ठारसं = मैं ठहरूंगा/ठहरूँगी।
अम्मि
होहिमि/होस्सामि/होहामि/होस्सिमि/होस्सं =मैं होऊंगा/होऊँगी ।
अम्मि
ठाहिसि ठास्सिसि/ठास्ससि
=तुम ठहरोगे/ठहरोगी।
होहिसि/होस्सिसि होस्ससि
=तुम होयोगे/होमोगी।
ठाहिइ/ठाहिदि/ठास्सइ/ठास्सदि/ठास्सिदि =वह ठहरेगा।
ठाहिइ/ठाहिदि/ठास्सइ/ठास्सदि/ठास्सिदि =वह ठहरेगी।
होहिइ/होहिदि/होस्सइ/होस्सदि/होस्सिदि =वह होवेगा। होहिइ/होहिदि/होस्सइ/होस्सदि/होस्सिदि = वह होवेगी।
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[ प्राकृत रचना सौरम
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