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1.
अहं/ह/अम्मि=मैं, उत्तम पुरुष एकवचन तुमं/तुं/तुह=तुम, मध्यम पुरुष एकवचन सो=वह (पुरुष) ) सा=वह (स्त्री) अन्य पुरुष एकवचन
पुरुषवाचक सर्वनाम एकवचन ।
2. (i) अकारान्त क्रियाओं को छोड़कर आकारान्त, ओकारान्त आदि क्रियाओं के मध्यम
पुरुष एकवचन में 'से' प्रत्यय नहीं लगता है।
(ii) इसी प्रकार अन्य पुरुष एकवचन में 'ए' और 'दे' प्रत्यय नहीं लगते। ये प्रत्यय
(से, ए, दे) केवल भविष्यत्काल की प्राकारान्त क्रियाओं में ही लगते हैं ।
(iii) भविष्यत्काल के अन्य पुरुष एकवचन में 'स्सि' प्रत्यय के साथ केवल 'दि' प्रत्यय
ही लगेगा।
(iv) मध्यम पुरुष और अन्य पुरुष में 'स्स' प्रत्यय पिशल (प्रा. भा. व्या., पृष्ठ 760)
और पं. बेचरदास जी ने (प्राकृत मार्गोपदेशिका, पृष्ठ 249) स्वीकार किया है।
3. उपर्युक्त सभी क्रियाएँ अकर्मक हैं । 4. उपर्युक्त सभी वाक्य कर्तृवाच्य में हैं ।
प्राकृत रचना सौरभ 1
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