SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 55
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ तुमं / तुं / तुह = तुम क्रियाएँ 1. हँस हँसना, रूस रूसना, जीव = जीना तुमं तुं तुह 2. तुमं तुं तुह तुम तुं तुह पाठ 20 सय= सोना, लुक्क = छिपना, 38 ] भविष्यत्काल हसि हिसि / हमिहि हरिस्ससि / हसिस्स से हसिसिसि / हसिस्सिसे चिहिसि / राच्चिहिसे च्चिस सि/च्चिस्स से पच्चिस्सिसि / पच्चिस्सिसे लुक्क हिसि / लुक्कि हिसे लुक्रिससि / लुकिकस्स से लुक्कस्सिसि / लुक्किस्सिसे Jain Education International 2010_03 = = = For Private & Personal Use Only गच्च नाचना जग्ग= जागना तुम हँसोगे / हँसोगी। (i) तुमं / तुं / तुह = तुम, मध्यम पुरुष एकवचन ( पुरुषवाचक सर्वनाम ) | (ii) अर्द्धमागधी में तुमं, तुं तुमे का प्रयोग होता है, (पिशल, प्रा. भा. व्या. पृष्ठ 617 ) । तुम नाचोगे / नाचोगी । (i) भविष्यत्काल के मध्यम पुरुष एकवचन में हि', 'स्स' और प्रत्यय क्रिया में जोड़े जाते हैं । इनको जोड़ने के पश्चात् वर्तमानकाल के मध्यम पुरुष एकवचन के प्रत्यय 'सि' और 'से' भी जोड़ें जाते हैं । तुम छिपोगे / छिपोगी । (ii) 'हि' और 'स्स' प्रत्यय क्रिया में जोड़ने पर क्रिया के अन्त्य '' का 'इ' और 'ए' हो जाता है । ऊपर केवल 'इ' के उदाहरण ही दिये गए हैं, 'ए' के उदाहरण इस प्रकार होंगे -- हसे हिसि / हसे हिसे, हसेस्स सि / हसेस्स से | [ प्राकृत रचना सौरभ www.jainelibrary.org
SR No.002571
Book TitlePrakrit Rachna Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1994
Total Pages274
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size6 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy