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रज्जाण/रज्जाणं
सासणा तं रक्खन्ति/ग्रादि
=राज्यों के शासन उसकी रक्षा करते हैं।
मायारण/मायाणं
ससा जग्गइ/आदि
=माताओं की बहिन जागती है ।
माया जग्गइ/आदि
=युवतियों की माता जागती है ।
जुवईण/जुवईणं पुत्तीण/पुत्तीणं धेणूण/घेणूणं
धणं वड्ढइ/आदि
=पुत्रियों का धन बढ़ता है ।
खीरं णिज्झरइ/आदि
=गायों का दूध झरता है ।
जंबूण/जंबूणं
आउं वड्ढइ/ग्रादि
=जामुनों के पेड़ की आयु बढ़ती है ।
अम्हाणं अम्हाण ममारण ममाणं मझारण मज्झाणं
क्खं इच्छइ/आदि
=हमारा पुत्र सुख चाहता है ।
तुज्झाण
तुज्झाणं तुम्हाणं
पोत्तो घरं गच्छइ/आदि
=तुम दोनों का पोता घर जाता है ।
तुमाण तुहाण
तेसिं
पुत्ता ममं कोक्कन्ति/आदि
=उन (पुरुषों) के पुत्र मुझे बुलाते हैं ।
ताण ताणं
तेसि
तारण
कोक्कन्ति/मादि
=उन (स्त्रियों) के पुत्र तुमको बुलाते हैं।
ताणं
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प्राकृत रचना सौरभ
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