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________________ 1. निम्नलिखित वाक्यों की प्राकृत में रचना कीजिए (भूतकाल के लिए भूतकालिक क्रिया और भूतकालिक कृदन्त दोनों का प्रयोग कीजिए ) - ( क ) ( 1 ) पुत्र शरमाता हुआ बैठता है । ( 2 ) कुत्ता भोंकता हुआ भागता है । ( 3 ) दादा दुःखी होता हुआ सोया । ( 4 ) मित्र प्रयत्न करता हुआ प्रसन्न हुआ । (5) बालक डरता हुआ रोता है | ( 6 ) वस्त्र जलता हुआ नष्ट हो जायेगा । (7) राक्षस काँपते हुए बैठते हैं । ( 8 ) समुद्र फैलते हुए सूखेंगे । ( 9 ) पोते लड़ते हुए काँपे | (10) ऊँट नाचते हुए थकते हैं । ( 11 ) पुत्र गिड़गिड़ाता हुआ बैठा । ( 12 ) मनुष्य हँसता हुआ जीवे । ( 13 ) पिता खुश होता हुआ प्रयास करे । ( 14 ) राक्षस छटपटाता हुआ मरा । ( 15 ) पानी टपकता हुआ सूखा । पाठ 44 ( ख ) ( 1 ) लकड़ी जलती हुई नष्ट होती है । (2) नागरिक प्रयास करता हुआ जिया । (3) वैराग्य बढ़ता हुआ शोभता है । ( 4 ) विमान उड़ता हुआ गिरा । (5) राज्य लड़ते हुए नष्ट होते हैं । (6) सदाचार बढ़ता हुआ खिलता है । ( 7 ) शासन भूल करता हुआ डरता है | ( 8 ) सत्य सिद्ध होता हुआ शोभेगा । ( 9 ) कर्म गलते हुए छूटते हैं । (10) गठरियाँ लुढ़कती हुई पड़ीं । जल जलना । (ग) (1) पुत्री प्रसन्न होती हुई उठी । (2) श्रद्धा बढ़ती हुई शोभती है । अफसोस करती हुई सोती है । (4) माता उत्साहित होती हुई बैठती है फैलती हुई सूखी । ( 6 ) झोंपड़ियाँ जलती हुई नष्ट हुईं। शोभती है । (8) महिलाएं अफसोस करती हुई घूमती हैं । सिद्ध हुई । ( 10 ) घास जलता हुआ नष्ट हुआ (7) प्रतिष्ठा बढ़ती हुई ( 9 ) वाणी प्रकट होती हुई प्राकृत रचना सौरभ 1 Jain Education International 2010_03 (3) पत्नी ( 5 ) नर्मदा For Private & Personal Use Only [ 95 www.jainelibrary.org
SR No.002571
Book TitlePrakrit Rachna Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1994
Total Pages274
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size6 MB
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