________________ डॉ. जिनेन्द्र जैन। जन्म-तिथि: 14 जून, 1962 जन्म-स्थान : सिहुँडी (कटनी, म.प्र.) शिक्षा: एम.ए. (प्राकृत),पी-एच.डी. (जैनविद्या एवं प्राकृत विभाग, सुरवाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर) कार्यक्षेत्र: सितम्बर, 1989 से अगस्त, 1991 तक जैनविद्या एवं प्राकृत विभाग,सुरवाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर में यू. जी. सी. जे. आर. एफ. के रूप में स्नातक स्तरीय अध्यापन एवं शोध-कार्य। सितम्बर, 1991 से निरन्तर जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय लाडनूं के प्राकृत एवं जैनागम विभाग में सहायक आचार्य के रूप में स्नातकोत्तर स्तरीय अध्यापन। प्रकाशन: (क) लगभग 40 शोध निबन्धों एवं आलेरवों का विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशन। (स्व) ग्रंथ(1) तेरापंथ का राजस्थानी को अवदान (सम्पादित)1993 (2) जैन काव्यों का दार्शनिक मूल्यांकन, 2001 (3) आराधना प्रकरण, 2002 (4) पाहुड-जैनविद्या एवं बौद्ध अध्ययन के आयाम (सम्पादित), 2002 (5) सीप के मोती -पूर्वार्द्ध (सम्पादित काव्य-संग्रह), 2002 (6)प्राकृत साहित्य एवं जैनदर्शन समीक्षा (प्रकाशनाधीन) सम्प्रतिः सहायक आचार्य (वरिष्ठ) प्राकृत एवं जैन आगम विभाग, जैन विश्वभारती संस्थान, लाडनूं सम्पादक: 'आभा संस्थान समाचार,जैन विश्वभारती संस्थान, लाडनूं सम्पर्क सूत्र: जैन विश्वभारती संस्थान, (मान्य विश्वविद्यालय) लाडनूं 341 306 (राजस्थान) फोन :01581-24548 प्रकाशक जैन अध्ययन एंव सिद्धान्त शोध-संस्थान जबलपुर (म.प्र.) For private e Paronal Use Only dainindmmation International www.janelibrary.com