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क० १०, ६-८११, १-९, १२, १-८१ जुन्झकण्डं-बासटिमो संधि [३९ वन्दिणेंहिँ लवन्तेहिं 'वप्पिहेंहिँ पहरण-दुव्वाऍहिँ वहु-विहेंहिँ ॥ ६ रहवर-पवरब्भाडम्बरेंहिँ असिवर-विजलेंहिँ भयङ्कहिँ ॥७
॥ घत्ता ॥ छत्त-वलीया-पन्ति 'धणु-सुरधणु दरिसन्तउ । वरिसमि सर-धारेहिँ पर-वले पलउ करन्त' ॥८
[११] तं णिसुणेवि गउ लकेसु तहिँ स-कलत्तउ इन्दइ-राउ जहि ॥१ तेण वि गलगजिउ णिय-भवणे णावइ खल-जलहरेण गयणें ॥२ 'हउँ कल्लएँ पलय-हुआसु घणे लग्गेसमि राहव-सेण्ण-वणें ॥३ पहरण-सिप्पीर-पहर-पउरें दुद्धर-णरवर-तरुवर-णियरें ॥४ भुवदण्ड-चण्ड-जालोलि-धरें करयल-पल्लव-णह-कुसुम-भरें ॥५ मणहर-कामिनि-लय-वेल्लहले छत्त-द्धय-सुक्क-रुक्ख-वहले ॥६ हय-गय-वणयर-णाणाविहऍ रिउ-पाण-समुड्डाविय-विहऍ ॥७ उत्तह-तुरङ्गम-हरिण-हरें हरि-हलहर-वर-पव्यय-सिहरें ॥८
॥ घत्ता ॥ तहिँ हउँ पलय दवग्गि कल्लए वणे लग्गेसमि। पर-वल-काणणु सव्वु ____छारहों पुञ्ज करेसमि ॥९
[१२] तं वयणु सुणेवि सञ्चल्लु तहिँ भडु कुम्भयण्णु णिय-भवण जहि ॥१ तेण वि पवुत्तु 'हे हंसगइ कल्लएँ रण-णहयले भाणुवइ ॥२ 20 दुष्पेक्खु भयङ्कर दुप्पगउ सइँ होसमि जोइस-चक्कु हउँ ॥३ करिकुम्भ-कुम्भु कोवण्ड-धणु दुव्वार-वार-वारुव्वहणु ॥४ णरवर-णक्खत्तु गइन्द-गहु।
भड-रुण्ड-खण्ड-रासी-णिवहु ॥ ५ अग्भिट्ट-जोह-सामन्त-दिणु सिरिदिट्ठ(?)-गयासणि-दड्ड-दिणु ॥६ साहण-उत्तर-दाहिण-अयणु 'अण्णण्ण-महारह-सङ्कमणु ॥७ । दहमुह-'विडप्प-आरुदु-मणु हरि-हलहर-चन्द-सूर-गहणु ।। ८ 4 A °दुवारेहिं. 5A °वलाहियवंति.
11. 2.1h PS पयर, A पहार'. 2 P चंडलालोलि., s चंडालोलि°. 3 P s सुक्ख'. 4 A सिरिगिरिवर. 12. 1 P दुप्पगडं. 2 PS आभिट्ट'. 3 PS समदिदि. 4 P S A साहणु. [१०] १ ववीहाभिः । [११] १ भस्म-समूहे (?) [१२] १ भानुमती-नामा तस्य राज्ञी. २ बाणाः. ३ कुंभमीनादि. ४ अयनष (१) द्वे ति (?) ५ संक्रांतिविशेषः. ६ राहुणा (?).
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