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३६] सयम्भुकिउ पउमचरिउ जहिँ सुरयारम्भु णट्ट-सरिसु जिह ते तिह भू-भङ्गुर-वयणु जिह तं तिह आयड्डिय-णहरु जिह तं तिह गल-गम्भीर-सरु : जिह तं तिह करण-वन्ध-पउरु
[क० ४,४-९,५,१-९,६,१-३ 'जिह तं तिह ति (?) वड्डिय-हरिसु ॥४ जिह तं तिह चल-चालिय-णयणु ॥५ जिह तं तिह उग्गामिय-पहरु ॥६ जिहें तं तिह दरिसिय अङ्गहरु ॥७ जिह तं तिह छन्द-सह-गहिरु ॥८ ॥ पत्ता ॥ णट्टों अणुहर्रमाणउ। परिणिन्दइ अपाणउ ॥९
पेक्खेंवि सुरयारम्भु सीय सैरेवि दसासु
॥ थोवन्तर जाव परिन्भमइ सहुँ कन्तऍ को वि वीरु चवइ ॥ १ 'सुन्दरि मिग-णयणे मराल-गइ तं पहु-पसाउ किं वीसरइ.॥२ तं पेसणु तं ओलग्गियउ 'त 'जीवियं-दाणु अमग्गियउ ॥ ३ तं उच्चासण-मणि-वेयडिउ तं मत्त-गइन्द-खन्धे चडिउ ॥४
तं मेहलु तं कण्ठाहरणु तं चेलिउं तं जें समालहणु ॥ ५ । तं फुल्लु सहत्थें तम्बोलु तं असणु सु-परिमल कच्चोल ॥६
तं चीरु भारु चामीयरहों अवर वि पसाय लङ्केसरहो ॥ ७ एयहुँ जसु एकु णं आवडइ सो सत्तमें णरयण्णवे पडइ ॥८
॥ पत्ता ॥ तहाँ उवगारहों कन्तें णिकउ करमि महाहवें। " लांवमि वण्ण-विचित्त थरहरन्त सर राहवे ॥९
[६] तं णिसुणेवि गउ रावणु तेत्तहँ मन्दोअरि-जणेरु मउ जेत्तहें ॥ १ जाल-गवक्खऍ थिई एक्कन्तएँ जिसुउ चवन्तु सो वि सहुँ कन्तऍ ॥२ 'धणे विहाणे मइँ एउ करेवउ तं वड्डे फर-जूउ रमेवउ ॥३ 3 This pada is not found in A. 4 A अणुहरमाणउं. 5 P A अध्याणउं. . ____5. 1 This pāda is not found in A. 2 PS जीविउ. 3 ? यउं. 4 s चेलिउं. 5 d s सपरियलु. 6 PS इ णावडइ. 7 PS उअयारहो. 8 P S णिक्खउ. 9A लायमि. 10 A वणि'. . 6. 1 PS गउ. 2 PS णिसुणित सह चवंतु सो कंतए. 3 P करेवर्ड: has here all such forms with ब्व. 4 PS वडु फर, A वड्डफ्फरु. [४] १ उभयत्र करणभेदः. २ स्मरयित्वा. [५] १ जीवितदानम्. २ मणिजडितः.
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