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३०] सयम्भुकिउ पउमचरिउ
तोव तुरङ्गम-रह-गय-वाहणु णं उच्छलिउ खय- सायर - जलु उभय-कय-दण्डु धुर्य-धयवडु • जुत्त- तुरङ्गम-वाहिय- सन्दणु धाइय णरवर णरवर-विन्दहुँ रहियहुँ रहिय धयग्ग धयग्गहुँ धाणुकिहुँ भिडिय धाणुक्किय असिवर- हत्था असिवर - हत्थहुँ
दुग्घोट्ट थट्ट-सङ्घट्टण अड्डाह अवसरें फिट्टऍ
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किये - कुरुड - भिउडि-भर्ड - भासुराइँ भिउडि-भ-भासुराइँ " उभय-चलइँ रुहिर-जलोल्लियाइँ एत्थन्तरे जण-मण- भाविणीउ 'हले वासर्वयत्ते वसन्तलेहें हलें कुसुम - मणोहरि हलें अण जो दीसइ रणउहें सुहडु एहु " सङ्घउ मिलेवि ऍहुँ मज्झु देहु अण्णेकऍ हरिसिय-गत्तियाऍ
'जो दन्ति-दन्तें आलग्गेवि हलें धावहि काइँ गहिलिऍ
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[६] १ कन्दलम्, सङ्ग्रामम्.
[७] १ अगस्तित्रुक्षा हड्डु ( ? ) तर.
[ क० ६, १-९, ७, १
[६]
वलिउ पडीक राहव-साहणं ॥ १ आय- तूर- विहु किये कलयलु ॥ २ उद्धं-सोण्ड- उद्धङ्कर्स -गय- घडु ॥ ३ जाउ पडीवर भडकडमद्दणु ॥ ४ सीहुँ सीह इन्द्र गइन्दहुँ || ५ रह रहवरहुँ तुरङ्ग तुरङ्गहुँ ॥ ६ फार क्कियहुँ पवर फारक्किय ॥ ७ एम्ब हुअ 'किलिविण्डि समत्थहुँ ॥ ८ ॥ घत्ता ॥
पाडिये मुह-वड पडिय- गुड | वालालुश्चि कैरन्ति भड-९
[ ७ ]
पहरन्ति परोप्परु णिट्टराई ॥ १ तमिच्छ वणइँ णं फुल्लियाइँ ॥ २ कलहन्ति गणें सुर- कामिणीउ ॥ ३ हलें कामसेणें हलें कामलेहें ॥ ४ चित्त वरङ्गर्णे हलें वरङ्गे ॥ ५ कण्णिय - खुरुप्प - कप्परिय- देहु ॥ ६ रणें अणु गवेवि तुम्हें लेहु' ७ भणि पप्फुल्लिय-वत्तियाऍ ॥ ८
॥ घत्ता ॥
उसे भिन्दाविड अप्पणउ । ऍहु भत्तारु महु त्तर्णउ ॥ ९
6. 1 A ताम. 2Ps किड, A कय 3PS धयधयवडु, A धुयबडु. 4 A सोंडु. 5P s उकुसु. 6 P transposes the pādas in this line 7 PS फाडिय 8s हाउह, 4 अंडा 9PS अवसरि, A अवसर. 10 Ps करंत.
7. 14 °ि 2Ps ° कुरुड 3A भय 4Ps तामिच्छ. 5Ps भामिणीड. 6 A वासायत्ते. 7 P s सव्वो वि. 8s यहु, A इमु. 9Ps गवेसइ. 10 P A पभणिडं. 11 A रिड. 12 A अप्पण. 13PSA काइ. 14 P तणउ, A तणउं.
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