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________________ 10 १५० ] सयम्भुकिउ पउमचरिउ [क० ९, १०,१०,१-१८ ॥ घत्ता ॥ 'लहु णासहुँ लडेवि मयरहरु एत्थ वसन्तहँ णाहि 'धर । धणुहर-टङ्कारु जे पाणहरु जइ घइँ आइय राम-सर' ॥ १० [१०] ताव दसाणणेण अपमाणेहिँ बाणेहिँ छाइयं णहं। दसरह-णन्दणेण ते छिण्ण णहे चिय पडिय. 'पडिवहं ॥ १ तो हसिउ रामेण रामाहिरामेण ॥२ उच्छलिय-णामेण लद्धारिथामेण ॥ ३. 'धणुवेय-परिहीण . ओसरु पराहीण ॥४ जजाहि आवासु अण्णमउ गुरु-पासु ॥५ धणु-लक्खणं वुज्झु दिवसेहिँ पुणु जुज्झु ॥६ एण जि पयावेण दुण्णय-सहावेणे ॥७ संताविया देव काराविया सेव ॥८ अहवइ असाराहँ रणे चोर-जाराहँ ॥९ वियलन्ति सत्ताइँ ण वहन्ति गत्ताइँ॥ १० तो णिसियरिन्देण णिजिय-सुरिन्देण ॥ ११ जम-धणय-झुम्पेण कइलास-कम्पेण ॥ १२ सहसयर-धरणेण वर-वरुण-वरणेण ॥ १३ सुर-भवण-भीसेण वीसद्ध-सीसेण ॥ १४ कोवग्गि-दित्तेण वहणेक-चित्तेण ॥ १५ तम-पुञ्ज-देहेण णं पलय-मेहेण ॥१६ भू-भङ्गुरच्छेण मण-पर्वण-दच्छेण ॥ १७ ॥ घत्ता ॥ वीसहि मि करेंहिँ वीसाउहइँ एक-वार रणे मुक्काइँ । घरु किविणहों भामन्तु वैइ जिह रामहों पासु ण दुकाइँ ॥ १८ 7 PS A °ह. 8 P correctes to पई, s थइ. ___10. 1 PS णह, A तहि. 2 A ट्ठिययं जि. 3 P S रायाहिराए(s ये )ण. 4 PS transpose the padas in this line. 5 PS हवंति. 6 S P °धरणेण. 7 8 °परिअञ्छ. 8 PA मुक्कइं, 8 मुक्कइ. 9 P ' इव, S omits. 10 P S ढुक्कइ. २ भूमिः (१). [१०] १ र प्रतिपक्ष. २ बलेन. ३ पौरुषानि. ४ ' आच्छादकेन. ५ ' वधन. ६ ' लच्छेग (?). ७ ' भ्रमंतमिव (different reading ). Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002525
Book TitlePaumchariu Part 3
Original Sutra AuthorSwayambhudev
AuthorH C Bhayani
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1960
Total Pages388
LanguageSanskrit, English
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size19 MB
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