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________________ • १२, २-१०, १, -५] जुज्झकण्डं-एकहत्तरिमो संधि [१०३ 'अट्ठ दिवस जिण जयकारहों अट्ठ दिवस महिमउ णीसारहों ॥२ 'अट्ठ दिवस जिणं-भवर्णइँ सारहाँ अट्ठ दिवस जीवाइँ म मारहों ॥३ अट्ठ दिवस समरङ्गणु छड्डों अट्ट दिवस इन्दिय-दणु दण्डहों ॥४ अट्ठ दिवस उवास करेजों. अट्ठ दिवस मह-दाणइँ देजहों ॥ ५ अट्ट दिवस अप्पाउ भावहाँ एयारह गुण-थाण. दावहाँ ॥ ६ । अट्ठ दिवस गुण-वयंइँ पउहाँ सेजहों जजहाँ अणुहुञ्जेजहाँ ॥ ७ 'अट्ट दिवस पिय-वयंण भासह) "अणुवय-सिक्खायइँ पगासहाँ ॥ ८ अट्ठ दिवस आमेल्लो मच्छरु जाम्व एहु फग्गुण-णन्दीसरु ॥९ ॥त्ता ॥ पञ्चक्खाणु लएहु पडिकवणु Kणों मणु खश्चहों। " तोडेंवि तामरसाइँ • सई भु ऍहिँ भडारउ अञ्चहों ॥ १० m [७१. एकहत्तरिमो संधि] हरि-हलहर-गुण-गेहणेहिँ दूअहाँ वयणेहिँ पहु पहरेव्बउ परिहरइ । विजहें कारणे रावणु जग-जगडावणु सन्ति-जिणालउ पइसरह॥ [१] णन्दीसर-पइसारऍ 'सार' 'माहव-मासु णाई हक्कारऍ ॥१ । सासय-सुहु 'संपावणे पावणे दरिसाविय-पुष्फ-गुणें फग्गुणें ॥२ णव-फल-परिपक्काणणे काणणे कुसुमिएँ साहारऍ साहारऍ ॥३ "रिद्धिमायहें कोकणयहें कणयह हंसन्भंसिऍ कुवलऍ कु-वलऍ ॥४ महुअरें महु-मजन्तएँ जन्तएँ कोविल-कुले वासन्तएँ सन्तऍ ॥५ ॥ 2 s A णीसारहु. 3 This pada is wanting in s. 4 A जिणु. 5 5 इंदियइ दमेजहो. 6 A 896010r. 7 S A 0975. 8 Wanting in A. 9 This pāda is wanting in A. 10s वयणइ. 11 A has only पयासहो for the whole pada. 128 वयह.. 13 A आमेलहु. 14 s A सुणहु, A सुणेह. 15 S A खंचहु. 16 s भडारा, A भडारउं. 175 अंचहु, A अंचहुं. . 1. 1 S गणेहि. 2 8 °जूरावणु. 3 s °जिणालए. 4 Wanting in A, 5 This Pāda is Wanting in A. 6 s जाइ. 7 8 °सिव. 8 s°पिका. 9 8 रिद्धिगय कोकणयहि कणयहो, .. कोंकणयहे. 10 A °भूसिए..11 Wanting in S, A कुल. 12 s वासंतए. - [१२] १7 स्थापयथ. [१] १T प्रवेशे. २ T उत्तमे. ३ 7 संप्रापके. ४ T पविणे. ५ T दर्शितपुष्पगुणे फाल्गुनमासे. चई. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002525
Book TitlePaumchariu Part 3
Original Sutra AuthorSwayambhudev
AuthorH C Bhayani
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1960
Total Pages388
LanguageSanskrit, English
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size19 MB
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