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१२] सयम्भुकिउ पउमचरिउ
[क०७,९,८,१-९,९,१-६ . ॥ घत्ता ॥ दसरहु अण्ण-दिणे किर रामहों रज्जु समप्पा । केकय ताव मणे उण्हालएँ धरणि व तप्पइ ॥९.
[८] । णरिन्दस्स सोऊण पधज्ज-यजं स-रामाहिरामस्स रामस्से रज ॥१
संसा दोणरायस्स भग्गाणुराया तुलाकोडि-कन्ती -लयालिद्ध-पाया ॥२ स-पालम्व-कञ्ची-पहा-भिण्ण-गुज्झा थणुत्तुङ्ग-भारेण जा णित्त-मज्झा ॥ ३ णवासोय-वच्छच्छयाछाय-पाणी .वरालाविणी-कोइलालाव-वाणी ॥४महा-मोरपिच्छोह-संकास-केसा अणङ्गरस भल्ली व पच्छण्ण-वेसा ॥ ५ 10 गया केकया जत्थ अत्थाण-मग्गो परिन्दो सुरिन्दो व पीढं वलग्गो ॥ ६ वरो मग्गिओ ‘णाह सो एस कालो "महं णन्दणो ठाउ रजाणुपालो ॥ ७ 'पिए होउ एवं तओ सांवलेवो समायारिओ लक्खणो रामएवो॥ ८
॥ पत्ता ॥ 'जइ तुहुँ पुत्तुं महु तो एत्तिउ पेसणु किजइ।। । छत्तइँ वइसणउ वसुमइ भरहहाँ अप्पिजइ ॥९
[९] अहवंइ भरहु वि आसण्ण-भन्बु सो चिन्तइ अथिरु असारु सव्वु ॥१ घर परियणु जीविउ सरीरु वित्तु अच्छइ तवचरण-णिहित्त-चित्तु ॥ २
पइँ मुऍवि तासु जइ दिण्णु रज्जु तो लैक्खणु लक्खइँ हणइ अज्जु ॥ ३ 20 ण वि हउँ ण वि भरहु ण केकया वि सत्तुहणु कुमारु ण सुप्पहाँ वि' ॥४
तं णिसुणैवि पप्फुल्लिय-मुहेण वोल्लिजइ दसरह-तणुरुहेण ॥५ 'पुत्तहाँ पुत्तत्तणु एत्तिउं जें जं कुलु ण चविइ वसण-पुळे ॥६
8. 1 PS 'भिरामस्स. 2 P °कंतिल्लया', 5 °कतिल्लुया . 3 s वच्छस्थया. 4 PS केस. 5 Ps °वेस. 6s महो.7 After line 7 P reads वरं पारसं वच्छरं जाव मोणं । निओ चिंतए आसि दिण्णं पाणं ॥ 8 P S तवो. 9 PS रामएउ. 10 A पुत्त. 11 PS A वइसणउं. 9. 1 The following two lines are read in the beginning by P only. . दोदह-वरिसइँ ता वलि ण उत्तु लइ मई दिण्णउ चउ-बरिस-मित्तु ॥ १ ॥
पुणु पभणइ दससन्दणु विराउ किं करइ न करइ वि रज्जु राउ ॥२॥ 2 P दीसई. 3 8 लक्षणो वि इह. 4 A सुप्पया. 5 PSA बोलिज्जइ. 6 P एत्तिर, s एत्तिओ. 7 चलावह.
[८] १ खकीय-रामाभिरामस्य. : भगिनी. ३ नूपुरम्. ४ आलिद्धं आलिङ्गितम्. ५ वस्त्रप्रभा. ६ नतम्. ७ मे पुत्रः, ८ सविषादः. ९ आकारितः.
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