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क०८,३-९,९,१-९,१०,१-३]
उज्झाकण्डं-एकवीसमो संघि [५ सीयहें देह-रिद्धि पावन्तिहें एक्कु दिवसु दप्पणु जोयन्तिहें ॥३ पडिमा छलैंण महा-भय-गारउ आरिस-वेसु णिहालिउँ णारउ ॥४ जणय-तणय सहसत्ति पणट्ठी सीहागमणे कुरङ्गि व तट्ठी ॥ ५ 'हा हा माऍ भणन्तिहिँ सहियहिँ कलयलु किउँ संज्झस-गह-गहियहिँ ॥६ अमरिस-कुडुद्धाइय किङ्कर उक्खय-वर-करवाल-भयङ्कर ॥७ "मिलेंवि तेहिँ" कह कह विण मौरिउ लेवि अद्धचन्देहिँ णीसा रिउ ॥ ८
॥ घत्ता॥ गउ सं-पंराहउ देवरिसि पडें पडिम लिहेवि सीयहें तणिय । दरिसाविय भामण्डलहों विस-जुत्ति णाइँ णर-धारणिय ॥ ९
[९] दिट्ठ ज पडे पडिम कुमारें पञ्चहिँ सरहिँ विद्धु णं मारें ॥१ सुंसिय-वयणु घुम्मइय-णिडालउ वलिय-अङ्गु मोडिय-भुव-डालउ ॥२ वद्ध-केसु पक्खोडिय-वच्छउ दरिसाविय-दस-कामावस्थउ ॥ ३ चिन्त पढम-थाणन्तरें लग्गइ वीयएँ पिय-मुह-दसणु मग्गइ ॥४ तइयएँ ससइ दीह-णीसाँसें कणइ चउत्थऍ जर-विण्णासें ॥ ५ ॥ पञ्चमै डाहें अङ्गु ण मुच्चइ छट्टएँ मुहहाँ ण काइ मि रुच्चइ ॥ ६ सत्तम थाणे ण गासु लइज्जइ अट्ठम गमणुम्माऍहिँ भिजइ॥७ णवमें पाण-संदेहहाँ ढुक्कइ दसमएँ मरइ ण केम वि चुक्कइ ॥ ८
॥ घत्ता ॥ .. कहिउ परिन्दों किङ्करेंहिँ 'पहु दुक्कर जीवइ पुत्तु तउ । काहें वि कण्णहें कारणेण सो दसमी कामावत्थ गउ ॥ ९
[१०] णाग-णरामर-कुल-कलियारउ चन्दगइऍ पडिपुच्छिउ णारउ ॥ १ 'कहि कहाँ तणिय कण्ण कहिँ दिट्ठी जा महु पुत्तहाँ हियएँ पइट्ठी' ॥२ कहइ महारिसि 'मिहिला-राणउ चन्दकेउ-णामेण पहाणउँ ॥ ३ 25 2 A दिवसे. 3 P जोयंतिहिं. 4 P 5 °वेस. 5 Ps णिहालिय. 6 P दिट्ठी. 7 PS किय. -8 P भगगह', S सयगह. 9 P S °कुद्धा धाइय. 10 PS A मिलि कि.. 11 PS तेण. 12 PS सवराहउ.
9. 1 P पड, SA पडि. 2 A पुसिय. 3A °णीसासे हिं. 4.5 कर.. PS पंचम. 6 P धुञ्चइ corrected to मुच्चइ, S पहुचइ. 7 A भजई.8 P S णवमए, A णवमि. 9A केण. 10 P हाके corrected to हा केहि, S काहि.
10. 1 s णाब. 2 A महिल.. 3 P S A पहाणउं. ३ सीता. ४ सकोपाः, ५ गले गृहित्वा. ६ सपराभवः. .[९] १ °वक्षस्थलः.
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