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- २१४] सयम्भुकिउ पउमचरिउ
दिण्णइँ तूर विजउ पघुट्ठउ ।
मारुइ लीलऍ लङ्क पइट्ठउ ॥ तेन तेन तेनं चित्तें ॥ ४ ॥२ जं दिट्ट पहञ्जणि पइसरन्तु वजाउहु धाइउ 'हणु' भणन्तु ॥ ३ । 'आसाली वहेवि महाणुभाव मरु पहरु पहरु कहिँ जाहि पाव' ॥४ वयणेण तेण हणुवन्तु वलिउ णं सीहहों अहिर्मुहु सीडु चलिउ ॥५ अभिट्ट वे वि गय-गहिय-हत्थ रिउ-रण-भर-परियंट्टण-समत्थ ॥ ६ वलु वलहाँ भिडिउ गउ गयहाँ ढुक्कु तुरयों तुरङ्ग रहु रहों मुक्कु ॥७ धउ धयहाँ विमाणहों वर-विमाणु रणु जाउ सुरासुर-रण-समाणु ॥८
॥ पत्ता ॥ रह-तुरय जोह-गय-वाहण मारुइ-विजाहर-साहण। अन्भिट्टइँ वे वि स-कलयलइँ णं लक्खण-खर-दूसण-वलइँ ॥९
[५] वे वि परोप्पर अमरिस-कुद्धई। वे वि रणङ्गणे जय-सिरि-लुद्धइं॥ तेन तेन तेन चित्तें ॥४॥१ वे वि हणन्तई कर-परिहत्थई।
दुजण-मुंहइँ व अइ दुप्पेच्छई। तेन तेन तेन चित्तें ॥४॥२ तहिँ तेहएँ रणे वट्टन्ते घोरें वहु-पहरण-छोहे पंडन्ते थोर ॥ ३ . .. णिसियर-धएण कोन्ताउहेण हक्कारिउ पिहुमइ हयमुहेण ॥४ 'मरु थक्कु थक्क भिंडु मंइँ समाणु अवरोप्परु वुझहुँ वल-स(?प)माणु॥५ " तं णिसुणेविपिहुमइ वलिउ केम मयगलहों मत्त-मायङ्गु जेम ॥६
ते भिडिय परोप्पर घाय देन्त रणे रामण-रामहुँणा, लेन्त ॥७ विजाहर-करणेहिँ वावरन्त जिह विजु-पुञ्ज णहयले भन्त ॥८ .
3 A महिमुहूं. 4 P S °आवदृण' 5 s दुक्कु. 6 P अभिट्ट with some succeeding letters scored off, s अभिट्ट.
5. 1 A. omits. 2 A चिंते. 3 P s परिहच्छइ. 4 s A मुहइ. 5 PS वटुंत, A वटृति. 6 PS पडंत, A पंडंति. 7 A omits this word, line 4 and the portion up to पिहुमइ in line 5.8 P भिडि: 9 Ps मइ. 10 Ps वुमहु. 11 P देंति, दिति, A दित, 12 PS रामहु, A रामहो. 13 P S णाउ, 14 P लेंति, s लिंति, A लिंत. 15 P S वावरंति. 16PS भमंति.
[४] १ हनूमंतः. • [५] १ अश्वमुखेन वज्रायुध-किंकरेण. २ हनूमंतस्य मंत्री पृथुमति-नार
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