SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 197
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ १५६] सयम्भुकिउ पउमचरिउ [क० १७, ८-९,१८,100 हुलि-हल-मुसलग्ग-कोन्तेहिँ. अद्धेन्दु-सूलेहिँ वावल्ल भल्लेहिँ णाराय-सल्लोहिँ भिण्णं करालं ललन्तन्त-मालं अ-सीसं कबन्धं पणच्यवियं ॥८ ॥ घत्ता ।। तहिँ सुन्द-विरहिय सैमर-जसाहिय अवरोप्परु वड्डेन्त-कलि । पहरन्ति महा-रणे मेइणि-कारणे णं भरहेसर-बाहुवलि ॥ ९ [१८] , ॥ दुवई ॥ चन्दनुहाएँ ताव जुझन्तु णिवारिउ णियय-णन्दणो। . 'दीसइ ओहु जोहु खर-दूसण-सम्वुकुमार-मद्दणो ॥१ जुज्झेवउ सुन्दै ण होइ कज्जु जीवन्तहँ होसइ अण्णु रज्जु ॥ २ ॥ वरि गम्पिणु सुर-पञ्चाणणासु कूवारउ करहु दसाणणासु ॥ ३ . ओसरिउ सुण्डु वयगेण तेण गउ लङ्क पराइउ तक्खणेण ॥४ 'एत्थु स-विराहिउ पैइदु रामु णं कामिणि-जणु मोहन्तु कामु ॥५ खर-दूसण-मन्दिर पइसरेवि चन्दोयर-पुत्तहों रज्जु देवि ॥ ६ साहारु ण वन्धइ कहि मि रामु वइदेहि-विओएं खामु खामु ॥७ 15 रह-तिक-चउक्केहि परिभमन्तु दीहिय-विहार-मढ परिहरन्तु ॥८ 'गउ ताम जाम जिण-भवणु दिगु परिअञ्चेवि अन्भन्तरें पइड ॥९ .. ॥ घत्ता ॥ जिणवरु णिज्झाऍवि "चित्तें झाऍवि जाइ णिरारिउ विउलमइ । आहुतॄहिँ भासेंहिँ थोत्त-सहासेंहिँ थुअउ स यं भु वाहिवइ ।। १० 19 P ललंतमालं तमालं, S ललंतामलं. 20 P सुंडू, सुंडु. 21 A अमरिस-ससाहिय. 228 वटुंति. 18. 1 PS चंदणाए, 2 P उहु. 3 P जुज्झेवउ, s जुज्झेन्वउ. 4 P सुंद corrected as सुंड, S सुंड. 5 P S जीवंतहो, A जीवंतहे. 6 P तेत्थु, तित्थु. 7 " विसराहिउ corrected as वि विराहिउ, S तिसविराहि. 8 P S पयट्ट. 9 A जिणु. 10 PS °तिक्केहिं. 11 P. omits this pāda. 12 s आहुंडेहि. 13_P S भुवदंडेहि. ' २ मक-रहितम्. [१८] १ पाताललङ्कायाम् . २ ध्यात्वा, अवलोक्य. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002524
Book TitlePaumchariu Part 2
Original Sutra AuthorSwayambhudev
AuthorH C Bhayani
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1953
Total Pages370
LanguageSanskrit, English
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy