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• ११८] सयम्भुकिउ पउमचरिउ
क० ६, ९,७,१-९,49-6
॥ घत्ता ॥ दिमु कुमार-सिरु स-मउडु मणि-कुण्डल:मण्डिउ । जन्तेहिं किण्णरेंहिँ वर-कणय-कमलु णं छण्डिउ ॥ ९
[७] 5 सिर-कमलु णिएप्पिणु गीढ-भय रोमन्ती महियलें मुच्छू-गय ॥ १
कन्दन्ति रुवन्ति स-वेयणिय णिज्जीव जाय णिच्चेयणिय ॥ २ पुणु दुक्खु ढुक्खु संवैरिय-मण मुह-कायर दर-मउलिय-यण ॥ ३ णं मुच्छए किउ सहियत्तणउ जं रक्खिउ जीवु गवणमणउ ॥ ४
पुणु उडेवि विहुणइ भुअजुअलु पुणु सिरु पुणु पहणइ वच्छयलु ॥ ५ 10 पुणु कोकइ पुणु धाहहिँ रडइ पुणु दीसउ णिहालइ पुणु पडइ ॥६
पुणु उट्ठइ पुणु कन्दइ कणइ पुणुरुत्तेहि अप्पर आहणइ ॥ ७ पुणु सिरु अप्फालइ धरणिवहें रोवन्तिहें सुर रोवन्ति गहें ॥ ८
॥ घत्ता ॥ जे चउदिसॅहिँ थिय णिय डाल पसारेवि तरुवर । 15 'मा रुव चन्दणहि' ___णं साहारन्ति सहोयर ॥९
[८] 'अप्पाणउ तो वि ण संथवइ रोवन्ति पुणु वि पुणु उद्ववइ ॥ १ 'हा पुत्तं विउझहि लुहहि मुहु हा विरुअएँ णिद्दएँ सुत्तुं तुहुँ ॥२
हा किण्णालावहि पुत्त मई हा किं दरिसाविय माय पइँ ॥ ३ 20 हा उवसंहारहि रूवु लहु हा पुत्त देहि पिय-वयणु महु ॥४
हा पुत्त काइँ किउ रुहिर-वडु हा पुत्त एहि उच्छङ्गे चडु ॥५ . हा पुत्त लाइ मुहें मुह-कमल __ हा पुत्त एहि पिउ थण-जुअलु ॥६ हा पुत्त देहि आलिङ्गणउ
जें णच्चमि वणे वद्धावणउ ॥ ७ णव-मासु छद्ध जं मइँ उरें तं सहले मणोरह अज्जु जणें ॥८ 5 छंडियउ, A च्छंडिअउं.
7. 1 PS A सिरु. 2 णिच्चेयवणिय, A णिश्ववणिय. 3 P A दुक्ख. 4 P संवरिअमण, S A संवरिअमणु. . 5 A °णयणु. 6 P S A मुच्छय. 7 P S सहिएत्तणउ, A सहिएत्तणउं. 8 P गवणम्मणउं, A गयणम्मणउं. 9. P उट्ठवि, उष्टिवि. 10 Ps कणई, A कुणइं.. 11 P S A रोवंतिहिं. 12 Pणहि, s णहिं, A णिहिं. 13 P S A चंदणहिं.
8. 1 s A अप्पाणउं. 2 P संभवइ. 3 P ता. 4 8 सुत्त. 5 A विउच्छहिं. 6 s मुहु लुह हिं. 7 PA मुहुं. 8s सुत्त. 9 P S A काइ. 10s A एहिं. 11 SA आलिंगणउं. 12 s A वद्धावणउं. 13 P A जम्मई. 14 P A सहलु, सयल. [८] १ आगच्छ.
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