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के०८, ११, १-११,१०, 1-6] उज्झाकण्डं-अट्ठावीसमो संधि [६५
॥ घत्ता॥ पुच्छिउ मुणिवरु दियवरेण 'दाणहाँ कारणे विणु सम्मत्तें । ___ धम्में लइएं कवणु फलु एउ देव महु अक्खि पयत्ते' ॥९
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मुणिवरु कहेंवि लग्गु 'विउला किं जणे ण णियहि धम्मफलाइँ ॥ १ । धम्में भड-थड हय गय सन्दण पावें मरण-
विओयक्कन्दण ।। २ धम्में सग्गु भोग्गु सोहग्गु पावें रोग्गु सोगु दोहरंगु ॥ ३ धम्में रिद्धि विद्धि सिय संपय पावें अत्थ-हीण णर विद्दय ॥४ धम्में कडय-मउड-कडिसुत्ता पावें णर दालिदें भुत्ता ॥५ धम्में रज्जु करन्ति णिरुत्ता पावें पर-पेसण-संजुत्ता ॥ ६ धम्में वर-पल्लङ्क सुत्ता
पावें तिण-संथारें विभुत्ता ॥ ७ . धम्में णर देवत्तणु पत्ता पावें णरय-घोर संकन्ता ८ धम्में णर रमन्ति वर-विलयउ पावें दूहविउ दुह-णिलयउ ॥ ९ धम्में सुन्दर अङ्गु णिवद्धउ पावें पङ्गुलउ वि वहिरन्धउ ॥ १०
॥ घत्ता॥ धम्म-पाव-कप्पदुमहुँ आयइँ जस-अवर्जस-बहुलाई। . वेण्णि मि असुह-सुहङ्करइँ जाइँ पियइँ लइ ताइँ फलाइँ ॥ ११
[१०] मुणिवर-वयणहिँ दियवरु वासिउ लइउ धम्मु जो जिणवर भासिउ ॥ १ पञ्चाणुवय लेवि पधाइउ णिय-मन्दिरु णिविसेण पराइउ ॥ २ . 20 गम्पिणु पुणु 'सोम्महे वजरियउ 'अजु महन्तु दिव अच्चरियउ ॥ ३ कहिँ वणु कहिँ पट्टणु कहिँ राणउ कहिँ मुणि दिगु अणेयइँ जाणंउ ॥४ कहिँ मइ कहिँ लद्धइँ जिण-वयण' वहिरें कण्णऽन्धेण व णयणई' ॥ ५ तं णिसुणेवि सोम्म गञ्जोल्लिय 'जाहुँ णाह तर्हि' एम पवोल्लिय ॥६ पुणु संचल्लुइँ वे वि तुरन्तइँ तिहुयण-तिलउ जिणालउ पत्तइँ ॥ ७ ॥ साहु णवेप्पिणु पासें णिविट्ठ' धम्म सुणेप्पिणु णयरें पइट्ठइँ ॥ ८
9. 1 P SA कहिवि. 2 P A °विउय. 3 SA तहो सोक्खु. 4 s A दुक्खु. 5A संपत्ता. 6 P°अजस', A °अवस'.7 P A फलई, s फलइ. ____10. 1 P जिगवरिA मंदिर णिवरु णिविसेण. 3 A बजरिअउं. 4 s A राणउं. 5 PA जाणउं. -6 P A मई.7PS णाहु, A णाहुं: 8 5 गपि तं यत्तई.
[९] १ विगतदयाः. २ यानि प्रियानि. [१०] १खभार्यया सह (१).
स०प०० १.
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