________________ सिं घी जैन ग्रन्थ मा ला // सम्प्रति मुद्यमाणग्रन्थाः॥ 1 प्रबन्धचिन्तामणिसम्बद्ध पुरातनप्रबन्धसङ्ग्रह 2 प्रबन्धचिन्तामणि भाषानुवाद (हिंदी) 3 प्रबन्धचिन्तामणिसम्बद्ध ऐतबसाधनसङ्ग्रह 4 प्रबन्धकोष-संस्कृत तथा हिंदी भाषान्तर 5 विविधतीर्थकल्प 6 प्रभावकचरित्र-स्कृत तथा हिंदी भाषान्तर 7 पुरातनसमयलिखित जैनपुस्तकप्रशस्तिसङ्ग्रह 8 कुवलयमाला कहा 9 जैनशिलालिपिका ( शिलालेख-ताम्रपत्रादिसङ्ग्रह) 10 जैनग्रन्थप्रशस्तिसंग्रह // मुद्रणार्थनिर्धारितग्रन्थाः॥ 1 कुमारपालप्रबन्ध (पुरातन) 2 वस्तुपालचरित्र 3 विमलमंत्रिचरित्र 4 सोमसौभाग्यकाव्य 5 धूर्ताख्यान (प्राकृत तथा संस्कृत) 6 तत्त्वोपप्लव 7 हेतुबिन्दुतर्कवृत्ति 8 तत्त्वार्थराजवार्तिक 9 आवश्यकचूर्णि 10 छन्दोऽनुशासन (हेमचन्द्रसूरिकृत ) 11 तिलकमञ्जरी कथा (धनपालकविकृत) पत्रव्यवहार संचालक सिंघी जैन ग्रन्थमाला पो. शांतिनिकेतन जि. बीरभूम (बंगाल) Published by Babu Rajendrasinha Singhi for Singhi Jaina Jianapitha Vis'vabharati-Shantiniketan, Printed by Ramchandra Yesu Sheilge, at the Nirnaya Sagar Press, 26-28, Kolbhat Lane, Bombay Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org