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________________ गाथा ५५३२-३५ ५५३६-३७ ५५३८ ५५३९ ५५४०-४६ ५५४७ ५५४८-४९ ५५५० ५५५१-५३ ५५५४-५८ Jain Education International बृहत्कल्पसूत्र पंचम विभागनो विपयानुक्रम । विषय १० तृणादिद्वार कालधर्मगत साधुना शव नीचे डाभनो संथारो करवानो विधि ११ उपकरणद्वार कालधर्मगत साधुनी पासे साधुनां उपकरण नहि राखवाथी लागता दोषो अने प्रायश्चित्त १२ कायोत्सर्गद्वार साधुना मृत देहने परठव्या पछी उपाश्रयमां आवी काउस्सग्ग करवानो विधि १३ प्रादक्षिण्यद्वार साधुना मृत देहने प्रदक्षिणा कर्या सिवाय उपाथयमां आव १४ अभ्युत्थानद्वार कालधर्मगत साधुनुं देह भूतादिना प्रवेशने ली लइ जतां के स्मशानभूमीमां लइ गया पछी उपाश्रयमां पार्छु आवे तेने लगतो विधि १५ व्याहरणद्वार कालधर्मगत साधु भूताविष्ट थया पछी जे साधु आदिनुं नाम ले तेने लोचादि करवानो विधि १६ कायोत्सर्गद्वार कालगत साधुने परठवीने उपाश्रयमां आव्या पछी परिष्ठापक साधुओए करवानो काउस्सग्ग अने अजितशान्तिस्तवादिनुं गणवुं १७ क्षपण-स्वाध्यायमार्गणाद्वार आचार्यादि प्रभावक पुरुष अथवा मोटा कुटुंबबाळ साधु कालधर्म पामे त्यारे उपवास असज्झाने लगतो विधि १८ व्युत्सर्जनद्वार कालधर्मगत साधुना उपकरणादिनुं विसर्जन १९ अवलोकनद्वार For Private & Personal Use Only २९ पत्र १४६६ १४६६ १४६७ १४६७ १४६७-६८ १४६८-६९ १४६९ १४६९ १४६९-७० १४७०-७१ www.jainelibrary.org
SR No.002514
Book TitleAgam 35 Chhed 02 Bruhatkalpa Sutra Part 05
Original Sutra AuthorBhadrabahuswami
AuthorChaturvijay, Punyavijay
PublisherAtmanand Jain Sabha
Publication Year2002
Total Pages340
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bruhatkalpa
File Size19 MB
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