________________ Our Important Publications 1. Studies in Jaina Philosophy Dr. Nathamal Tatia 2. Jains Today in the World Pierre Paul AMIEL 3. Jaina Epistemology Dr.I.C.Shastri Jaina Religion: Its Historical Journey of Evolution Prof. Sagarmal Jain, Trans. Kamla Jain 5. Jaina Theory of Reality Dr. J.C. Sikdar 6. Jaina Perspective in Philosophy &Religion Dr. Ramji Singh 7. Aspects of Jainology (Complete Set: Vols. 1 to 7) 8. An Introduction to Jaina Sadhana Prof. Sagarmal Jain 9. Pearls of Jaina Wisdom Dulichand Jain 10. Scientific contents in Prakrit Canons | Dr.N.L.Jain 11. Advanced Glossaryof Jain Terms | Dr.N.L.Jain 12. The Path of Arhat T.U.Mehta 13. Multi-Dimensional Application of Anekantavada | Ed. Prof. S.M. Jain & Dr. S.P. Pandey 14. The World of Non-living Dr.N.L.Jain 15. जैन धर्म और तान्त्रिक साधना प्रो.सागरमल जैन 16. सागर जैन-विद्या भारती (पाँच खण्ड) प्रो. सागरमल जैन 17. गुणस्थान सिद्धान्त : एक विश्लेषण प्रो.सागरमल जैन 18. अहिंसा की प्रासंगिकता डॉ.सागरमल जैन 19. अष्टकप्रकरण डॉ. अशोक कुमार सिंह 20. दशाश्रतस्कन्धनियुक्ति : एक अध्ययन डॉ. अशोक कुमार सिंह 21. जैन तीर्थों का ऐतिहासिक अध्ययन डॉ.शिवप्रसाद 22. अचलगच्छ का इतिहास डॉ.शिवप्रसाद 23. तपागच्छ का इतिहास डॉ.शिवप्रसाद 24. सिद्धसेन दिवाकर : व्यक्तित्व एवं कृतित्व। डॉ. श्री प्रकाश पाण्डेय 25. जैन एवं बौद्ध योग : एक तुलनात्मक अध्ययन डॉ.सुधा जैन 26. जैन एवं बौद्ध शिक्षा-दर्शन एक तुलनात्मक अध्ययन डॉ. विजय कुमार 27. जैन साहित्य का बृहद इतिहास (सम्पूर्ण सेट सात खण्ड) 28. हिन्दी जैन साहित्य का इतिहास (सम्पूर्ण सेट चार खण्ड) 29. जैन प्रतिमा विज्ञान डॉ.मारुति नन्दन तिवारी 30. महावीर और उनके दशधर्म श्री भागचन्द्र जैन 31. बज्जालग्गां (हिन्दी अनुवाद सहित) पं.विश्वनाथ पाठक 32. जीवन का उत्कर्ष गुरुदेव चित्रभानु 33. भारतीय जीवन मूल्य प्रो. सुरेन्द्र वर्मा 34. नलविलासनाटकम् सम्पा. डॉ. सुरेशचन्द्र पाण्डे 35. समाधिमरण डॉ. रज्जन कुमार 36. पञ्चाशक-प्रकरणम् (हिन्दी अनुवाद सहित) अनु. डॉ दीनानाथ शर्मा 37. जैन धर्म में अहिंसा डॉ. वशिष्ठ नारायण सिन्हा 38. बौद्ध प्रमाण-मीमांसा की जैन दृष्टि से समीक्षा डॉ. धर्मचन्द्र जैन 39. महावीर की निर्वाणभूमि पावा : एक विमर्श भगवतीप्रसाद खेतान 40. स्थानकवासी जैन परम्परा का इतिहास / प्रो. सागरमल जैन एवं डॉ. विजय कुमार Parstgranatha Vidyapitha, Varanasi-221005 INDIA 200.00 500.00 150.00 100.00 300.00 300.00 2500.00 40.00 120.00 400.00 300.00 200.00 500.00 400.00 350.00 500.00 60.00 100.00 120.00 125.00 300.00 250.00 500.00 100.00 300.00 200.00 1400.00 760.00 300.00 80.00 160.00. 200.00 75.00 60.00 260.00 250.00 300.00 350.00 150.00 500.00 Jain Education International For Private & Personal Use Only