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> जैनवाङ्मय में एकान्त कर्मवाद एवं उसका खण्डन
• आचारांग सूत्र एवं उसकी शीलांक टीका में कर्मवाद • द्वादशारनयचक्र में कर्मवाद का उपस्थापन एवं प्रत्यवस्थान • शास्त्रवार्ता समुच्चय एवं उसकी टीका में कर्मवाद का निरसन
• सन्मतितर्क टीका में कर्मवाद का निरूपण एवं निरसन > निष्कर्ष
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षष्ठ अध्याय : पुरुषवाद और पुरुषकार
४५९-५४२ » उत्थापनिका
४५९ • पुरुषवाद से पुरुषार्थवाद तक
४५९ • पुरुषकारणता : पुरुषवाद, ईश्वरवाद एवं पुरुषार्थ के रूप में । ४६० • पंच समवाय में पुरुषकारवाद/पुरुषार्थवाद का औचित्य
पुरुषवाद - पुरुषवाद का प्रतिपादन
४६२ • वेद में पुरुषवाद की चर्चा • उपनिषद् में पुरुषवाद का प्रतिपादन • पुराणों में पुरुषवाद पर विचार
४६६ • महाभारत और गीता में पुरुषवाद • रामायण में पुरुषवाद • मनुस्मृति में सृष्टिरचना • जैन ग्रन्थों में पुरुषवाद का निरूपण एवं निरसन - सूत्रकृतांग सूत्र में सृष्टि-रचना विषयक विभिन्न मत
द्वादशारनयचक्र में पुरुषवाद का निरूपण.
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