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________________ 编编编编编编编编编编编编与编写与编写与编写与编写与编写 सड़सठवां समवाय नक्षत्रमास, हैमवत - ऐरण्यवत की भुजाएँ, मन्दर पर्वत, नक्षत्रों का सीमा विष्कम्भ । अड़सठवां समवाय धातकीखण्ड में विजय, राजधानियाँ, तीर्थंकर, चक्रवर्ती, बलदेव, वासुदेव, विमल जिन की श्रमणसम्पदा । उनहत्तरवां समवाय समयक्षेत्र में वर्ष और वर्षधर पर्वत, मंदर पर्वत का अन्तर, कर्म - प्रकृतियाँ । सत्तरवां समवाय श्रमण भ. महावीर का वर्षावास, पार्श्व जिन की श्रमण पर्याय, वासुपूज्य, जिन की अवगाहना, मोहनीय कर्म की स्थिति, माहेन्द्र देवराज के सामानिक देव । इकहत्तरवां समवाय चन्द्रमा का अयन - परिवर्तन, वीर्यप्रवाद पूर्व के प्राभृत, अजित जिन का गृहवासकाल, सगर चक्रवर्ती का गृहवासकाल और श्रामण्य । बहत्तरवां समवाय सुपर्णकुमारों के आवास, लवणसमुद्र की वेला का धारण, महावीर जिन का आयुष्य, आभ्यन्तर पुष्करार्ध में चन्द्र-सूर्य, बहत्तर कलाएँ, खेचरों की स्थिति । तिहत्तरवां समवाय हरिवास - रम्यकवास की जीवाएँ, विजय बलदेव की सिद्धि । चौहत्तरवां समवाय अग्निभूति की आयु, सीतोदा तथा सीता महानदी, नारकावास । पचहत्तरवां समवाय सुविधि जिन के कैवली, शीतल और शान्तिनाथ का गृहवास । छिहत्तरवां समवाय विद्युत्कुमार आदि भवनपतियों का आवास । सतहतरवां समवाय भरत चक्रवर्ती, अंगवंश के राजाओं की प्रव्रज्या, गर्दतोय तुषित लोकान्तिकों का परिवार, मुहूर्त का परिमाण । 197 198 199 199 201 202 205 206 207 208 209 卐 事 // xxiii // 编编编编写与编写写写与编写与编写卐
SR No.002488
Book TitleAgam 04 Ang 04 Samvayang Sutra Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarmuni
PublisherPadma Prakashan
Publication Year2013
Total Pages446
LanguageHindi, Prakrit, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_samvayang
File Size18 MB
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