Book Title: Agam 04 Ang 04 Samvayang Sutra Sthanakvasi Author(s): Amarmuni Publisher: Padma Prakashan View full book textPage 1
________________ समवायांग सूत्र श्रुताचार्य प्रवर्तक श्री अमर मुनि ILLUSTRATED SAMVAYANG SUTRA Shrutacharya Pravartak Shri Amar Muni 3 प्रतर में सुधर्म, ईशान देवलोक के देव द्वितीय देवलोक ईशान वलफ WA सुधर्म देवलोक 32 लाख वनवास 13 प्रतर 12 प्रतर 11 प्रतर 10 प्रतर 9 प्रतर 8 प्रतर 7 प्रतर ● प्रतर 5 प्रतर 4 प्रतर 3 प्रतर 2 प्रतर 1 प्रतर प्रमोटि सौधर्म और ईशान देवलोक में कुल मिलाकर 60 लाख विमानावास होते हैं। ये विधानावास देवलोक के प्रतरों की भूमि के ऊपर होते हैं। प्रत्येक प्रतर स्वच्छ, सुन्दर एवं दर्शनीय होता है। इनमें से कुछ विमान संख्यात और कुछ विमान असंख्यात लम्बे चौड़े होते हैं। इन दोनों देवलीकों में 3 के विमान होते हैं-सफेद, लाल, नीला पीला, काला शलाकापुरुष एवं कालचक्र चक्रवर्ती उत्सर्पिची वासुदेव तीर्थंकर बलदेव अवसपिजी प्रतिवासुदेवPage Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 ... 446