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नदीसूत्रम्
उक्तंच - "एगिदिएहिं थोवा सिद्धा, पंचिदिएहिं संखा गुणा । तरु-पुढवि - श्राउ तसकाइएहिं संखा गुणा कमसो ॥" १. चौथी पृथ्वी से अनन्तरागत सिद्ध, सब से थोड़े ।
२. तीसरी पृथ्वी से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा ।
३. दूसरी पृथ्वी से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा ।
४. बादर पर्याप्तक पृथ्वीकाय से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा । ५. बादर पर्याप्त अप्काव से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा ।
६. भवनपति देवियों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा । ७. भवनपति देवों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा ।
८. व्यन्तरियों से अनन्तरागत सिद्ध, उनसे संख्यात गुणा ।
६. व्यन्तर देवों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा ।
१०. ज्योतिष्क देवियों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा । ११. ज्योतिष्क देवों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा । १२. मानुषियों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा । १३. मनुष्यों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा । १४. पहली पृथ्वी से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा । १५. तियंची से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा ।
१६. तिर्यंच से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा ।
१७. अनुत्तरोपपातिक देवों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा ।
१८. ग्रैवेयक देवों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा ।
१६. अच्युत देवलोकवासी देवों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा ।
२०. धारण देवलोक वासी देवों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा ।
इसी पच्छानुपूर्वी से सनत्कुमार तक देवों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा ।
२१. ईशान देवियों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा ।
२२. सौधर्म देवियों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा ।
२३. ईशान देवों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा । २४. सौधर्म देवों से अनन्तरागत सिद्ध, उन से संख्यात गुणा । उक्तं च"नरग चउत्था चरथा पुढवी तच्चा-दोच्चा तह पुढवि-धाड भवणवई देवि-देवा, एवं वण - जोइसापि । मम नारय पदमा तह तिरिक्खिही य तिरिया य देवा अनुतराई, सन्वे वि सकुमारंता ॥ ईसादेवि सोहम्मदेवि, ईसायदेव सध्ये वि जहा कमसो
सोहुम्मा |
धतराषाढ
संखगुणा ॥"