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________________ तीर्थंकर : एक अनुशीलन 160 जिज्ञासा - भगवान महावीर के साधु-साध्वियों की सामान्य चर्या की प्रमुख 10 बातें क्या हैं ? समाधान - भगवती सूत्र, स्थानांग सूत्र आदि में साधु-साध्वी जी की दशविध समाचारी का विधान है1. आवश्यकी - उपाश्रय से बाहर जाते हुए आवश्यक कार्य के लिए जाता हूँ, ऐसा कहे ? 2. नैषेधिकी - कार्य से निवृत्त होकर आए तब मैं निवृत्त हो चुका हूँ, ऐसा कहे। 3. आपृच्छा - अपना कार्य करने की अनुमति लेना। 4. प्रतिपृच्छा - दूसरों का कार्य करने की अनुमति लेना (मना किए हुए कार्य की)। 5. छन्दना - पहले लाए हुए आहार के लिए साधर्मिक साधुओं को आमंत्रित करना। 6. निमंत्रण - आहार लाने के लिए अन्य साधु को पूछना। 7. इच्छाकार - कार्य करने हेतु इच्छा जताना या जानना। 8. मिथ्याकार - भूल हो जाने पर स्वयं उसकी आलोचना करना। 9. तथाकार - गुरु के वचनों को तहत्ति कह स्वीकार करना। 10. उपसंपदा - ज्ञानादि प्राप्ति के लिए अन्य गुरु के समीप रहना। मैत्री-भाव को प्राप्त हुआ जीव भावना को विशुध्द बनाकर निर्भय हो जाता है। - उत्तराध्ययन (29/17)
SR No.002463
Book TitleTirthankar Ek Anushilan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPurnapragnashreeji, Himanshu Jain
PublisherPurnapragnashreeji, Himanshu Jain
Publication Year2016
Total Pages266
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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