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बालविवाह.
- (०३) १ वर्ष के अनर की भायू गली
१३२६२ १७७२३
४९७८७ ३ ,, ४ ,
८७५०८ १३४१०५ २२१९७७८
१००८७०२४ कुल संख्या
१२६०९२१७ भारत में कुल बाल पत्नियों एक क्रोड, छव्वीस लाख, नव हजार, और दो सो सतरा हैं; अर्थात् प्रायः सवा कोड से अधिक हैं। यह कितना भीषण कांड है ? यदि बाल विवाह की रूढी नहीं रोकी गई तो दिन व दिन बाल विधवानों की बढ़ती संख्या देश की क्या स्थिति कर देगी यह विचारणीय विषय है। आशा है कि समाज कि पतन दशा का खास कारण बाल लग्न अनमेल विवाह है हमारे समाज अग्रेसर, व धनाज्य वीर इन को रोक समाज का भाशीर्वाद प्राप्त कर अनंत पुन्योपार्जन अवश्य करेंगे । शुभ।