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जैन जाति महोदय प्र. चोथा. अनेक साखा प्रतिसाख रूप जातियां प्रचलित हो गई जैसे प्रोसवाल झाति में गौत्र व जातियों विस्तृत रूप है वैसे श्रीमाल ज्ञाति में भी गोत्र साखा अलग अलग है उनमें से कतिपय जातियों के नाम यहां दिये जाते है--
अंगरीप, प्राकोडुपड, उबरा, कुंचलीया, कटारीया, कहूधिया, काठ, कालेरा, कादइय, कुराडीक काल कुठारीया, कूकडा, कौडीया, कोकगढ, कंबोजीया, बगल, खारेड, खौर, खौचडीया, खौसडिया, गधउडधा, गलकरा, गप्पताणिया, गदइया, गीलाहला, गीदोंडीया, गुजरिया गुर्जर घूघरिया घेघरिया घोंघडिया चरड चंडि चुगाचडिया चंदेरिवाल, छकडिया, छालिया, मलकंट, जूड, जूडिवाल, झांठ, माम चूर, टांक, टांकलिय, टीगड, डहेराडागल, डूगरिया, ढोर, ढोढा, तवल ताडिया, तुरकिया, तुसर, दूसाज, धनालिया, धोयणा, धूपड, धाबिया तावी, नरट, दिक्षिणोद, नाचण, नांदरिचाल, निरहटिया, निरद्रम, निरहेरिया, परिमाल, पंचोसलिया, पडवाडा, पसेरण, पंचोभू, पंचासिया, पाताणि, पापडगोता, पुरविया, फलोदीया, फाफू, फोफलिया, फूसपाण, बहापुरिया, बरडा, बादलिया, बंदुभी, बहाकटा, बवीसाज, बारीगोता, बहडा, विमला, नायक, विचड, बोहलिया, भईवाल, भांडिया, भालोदी, मुंवर, भंडारिया, भांडूका, भोया, महिमवाले, मोउरीया, मदूला, मेहती. याणा, महकूला, मरहटी, मथूरिया, मसूरिया, मादलपुरी, मालवी, मारू, महटा, मांदोटीया, मुशल, मोघा, मुरारी, मुदडोया, राडीका, रांकीवाण, रहालीया, लोहारा, लडारू, सगरीव, लडवाला, साकीया, संबडनी सिंघुरा, सुधारा, सावटीया, सोहु, हाडीगण, हेडाउ, हिडोचा, बोहरा,