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श्री जैन जाति महोदय प्र० चोथा.
हिरणा, मच्छा, बोकड़िया, बलोटा, बोसूदीया, पीतलीया, सिंहावत् जालोत्, दोसाखा, लाडवा, हलदीया, नाचाणि, मुरदा, कोठारी, पाटोतीया एवं २० साखाओं भूरि गौत्र से निकली वह सब भाई है ।
(१३) मूलगौत्र भद्र - भद्र, समदडिया, हिंगड, जोगड, गिंगा, खपाटीया, चवहेग, बालडा, नामाणि, भमराणि, देलडिया, संघी, सादात्रत्, भांडावत्, चतुर, कोटारी, लघु समदडिया, लघु हिंगड, सांढा, चोधरी, भाटी, सुरपुरीया, पाटणिया नांनेचा, गोगड, कुलधरा, रामाणि, नाथावत्, फूलगंग एवं २६ साखाओं भद्रगौत्र से निकली वह सब भाई है ।
(१४) मूलगोत्र चिंचट - चिंचट, देसरडा, संघवी, ठाकुरा, गोसलांणि, खीमसरा, लघुचिचट, पाचोरा, पुर्विया, निसाणिया नौपोला, कोठारी, तागवाल, लाडलखा, शाहा, कतरा, पोसालिया, पूजाग, वनावत्, एवं १९ साखानों चिचटगोत्र से निकली वह सब भाई है ।
(१५) मूत्रगौत्र कुमट - कुमट काजलीया, धनंतरि, सुघा, अगावत्, संघवी पुगलीया, कठोरीया कापुरीत, संभरिया चोक्खा, सोनगरा, लाहोरा, लाखाणी, मरवाणि, मोरचीया, खालीया, मालोत्, लघुकुंमट, नागोरी एवं १६ साखाओं कुंभटगोत्र से नीकली यह सब भाई है |
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(१६) मूलगोत्र डिडू -- डिंडू, गजोत्, सोसलाणि, धापा धीरोत्, खंडिया, योद्धा, भाटिया, भंडारी समदरिया, सिंधुडा,