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________________ भोसवाल झाति समय निर्णय. (११) १०८ उपकेशवसे भोरेगोत्रे १०२५ उए झा० कोठारीगोत्रे १२६ उकेशवंसे बरडागोत्रे१०६३ उ० ज्ञा० गुदेचा गोत्रे १३० उपकेशज्ञातो वृद्धसजनिया |११०७ उपकेशज्ञाति डांगरेचा गोत्रे उपकेशगच्छे तातेहडगोत्रे १२१० उ० सिसोदिया गोत्रो ४७३ उपकेशवसे नाहटागोत्रे . १२५५ उपकेशज्ञाति साधुसाखायां ४८० उकेशवसे जांगडा गोत्रे १२५६ उपकेश झातो श्रेष्टिगोत्रे .४८८ उकेशवंसे श्रेष्ठिगोत्रे १२७६ उ. ना. श्रेष्टिगोत्रे वैद्यसाखायां १२७८ उकेश ज्ञा० गहलाडा गोत्रे १३८४ उ०वसे भूरिगोत्रे (भटेवरा) १२८० उपकेशज्ञातौ दूगडगोत्रे १३५३ उपकेशज्ञातौ बोडियागोत्रे १२८५ उएसवंसे चंडालियागोत्रे १३८६ उ० ज्ञा० फुलपगर गोत्रे १२८७ उपकेशवंसे कटारियागोत्रे १३८६ उपकेश ज्ञाति-बापणागोत्रे १२६२ उपकेशज्ञातियप्रार्यागोवेलुणा १४ १३ उकेशवंसे भणसाली गोत्रे उत साखायां १४३९। उएसवंसे सुचिन्ती गोत्रे १३०३ उकेशवंसे सुगणागोत्रे १४९४ उपकेश सुचंति १३३४ उपकेशवंसे मालूगोत्रे .१५३१ उ.ज्ञातौ बलहागोत्र रांकासा० १३३५ उपकेशवंसे दोसीगोत्रे १६२१ उपकेशज्ञातौ सोनी गोने इत्यादि सेंकडों नहीं पर हजारों शिलालेख मिल सकते है पर यहां परतो यह नमूना मात्र हैं। इन शिलालेखों से यह सिद्ध होता है कि जिस ज्ञाति को आज
SR No.002448
Book TitleJain Jati mahoday
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar Maharaj
PublisherChandraprabh Jain Shwetambar Mandir
Publication Year1995
Total Pages1026
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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