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भादर्श-ज्ञान
| धर्म कार्यों में एक करोड़ द्रव्य व्यय किया। (११) हिम्मतसिंहः-आपके चार पुत्रों ने श्राचार्य देवगुप्तसूरि के
| पास दीक्षा ली। (१२) लालसिंहः-आप बड़े ही वर योद्धा थे, (१४९५) पठानों | की सेना से युद्ध कर विजय प्राप्त की । आप
की जागीरी में ८ ग्राम थे। (१३) सहसकरण :
(१४) दलपतसिंह
(१५) त्रिभुवनसिंह--आप बड़े ही नामी पुरुष हुए,आप जैसे वीर
थे वैसे ही उदार भी थे । दुष्काल में लाखों करोड़ों रुपये का अन्न प्रदान करके देश वासियों के प्राण बचाये थे, और भी अनेक
शुभ कार्य कर पुन्योपार्जन किया। (१६) सवाईसिंहः-आप भी बड़े वीर थे।
(१७) ठाकुरसिंहः-आपने मुग़लों की फौज के साथ वीरता
| पूर्वक युद्ध किया था। (१८) मुकनसिंहः-१६१७ शिवाना से खेरवे गये, आपके दो पुत्र
और एक पुत्री ने आचार्य कक्कसूरि के पास दीक्षा ली जिसमें तीन लाख रुपये महोत्सव के निमित्त खर्च किये।