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________________ भिावेमाण विहरति / / तसिंग भगवंताणं इमा एतारूया जातामातापित्ती होत्था, संजहा-चउत्ये भत्ते छठे भत्ते अट्ठमै सेट्समे भत्ते दु घालसमे भत्ते चौद्दसाने भत्ते अद्धमासिए मते मासिए भत्ते दोमासिए तिमासिए चउमासिए पंचमासिए छम्मामिए भत्ते अदुत्तरंच णं उधरव चया जिकिरवत्त चरगा उविरत रूणिक्विन्तचरगा अंतचरगा अंतरंगा पंतचरगा लूहचरगा समुदाणचा संसट्टचरगा असंसहचरणा सातसंसहचरगा दिहलाभिता अदिठ्ठलाभिता पुट्ठलाभिता अपुडुलाभिता भिक्खलाभिता अभिक्रवजाभिता अण्णालचरागा अण्णायलोगचरगा उवणिहिता संरबादतिया परिमितपिंडवालिया सुद्धेसणिया अंता हारा पताहारा अरसाहारा विरसाहारा लूहाहारा सुच्छा हारा अंतजीवी पंतजीवी आयंबिनिया पुरिमडियानिधिगइया अमज्ज-सासिणो जो जियामरसमोई, ठाणाइया पडिमाठाणाइया ठक्कडआसणिया णेसज्जिया वीरासणिया दंडारातिया लाडसाइणो अप्पाउडा अगत्तया अमंडुया आणिहा धुतकैस-मसु-रोम-महा सातपरिकम्मविप्पामुछाचिटुंति तर्ण एते विहारेणं बिहरमाणा वहई वासाई सामण्णापरियागं पाउलि पाउणित्ता बहु बहु आवाहसि उप्पण्णांसि वा अणुप्यासि वा बहन भत्ताई पच्चरवन्ति पच्चक्रवात्ता बाई भत्ताई अणसणाए छेदिति अणसाए छेदिता सहाए कीरतिनगाभाषे मुंडभावे अण्हाणभावे अस्तवणारी अच्छ चए अणीलाहणए भूमिसेजमा मनगसेना का सेमा कसलोए बेभरवासे पर घरपवेसे लखावलद्धे माणा-ऽवमाणUTIो हीलगाओ जिंद णाओ, खिसणाओ मरहणामी तमाओ तालणाओ उच्चावया गामकंटगा बावीस परीसहोवसमा अहियासिज्जति तमलु आरोहेति,तमहुँ /
SR No.002426
Book TitleSutrakritanga Churni
Original Sutra AuthorN/A
Author
Publisher
Publication Year
Total Pages284
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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